उत्तर प्रदेश में चुनाव के बाद योगी आदित्यनाथ एक्शन मोड में नज़र आ रहे हैं। अब योगी आदित्यनाथ का चाबुक लापरवाह अफसरों पर चल रहा है। काम में लापरवाही को देखते हुए ओरैया के जिलाधिकारी सुनील वर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके ऊपर काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार के कई गंभीर आरोप थे।
बता दें, सुनील वर्मा 2013 बैच के IAS अधिकारी हैं। उनके खिलाफ विजिलेंस जांच के भी आदेश दिए गए हैं। फिलहाल किसी को भी ओरैया का जिलाधिकारी नहीं बनाया गया है। इससे पहले कर चोरी में संलिप्त पाए गए मुरादाबाद के वाणिज्य कर विभाग के 14 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। इन वरिष्ठ अधिकारियों में दो एडिशनल कमिश्नर, चार ज्वाइंट कमिश्नर, चार असिस्टेंट कमिश्नर और चार वाणिज्य कर अधिकारी शामिल थे।
आरोप था कि इन लोगों ने मिलकर 25 लाख रुपये का घपला किया था। लंबित होने वाले अफसरों में एडीशनल कमिश्नर ग्रेड-1 अरविन्द कुमार-1, एडीशन कमिश्नर ग्र्रेड-2 अवधेश कुमार सिंह, विशेष अनुसंधान शाखा सम्भाग-ए के ज्वाइंट कमिश्नर अनिल कुमार राम त्रिपाठी, सम्भाग बी. की विशेष अनुसंधान शाखा के ज्वाइंट कमिश्नर चन्द्र प्रकाश मिश्र, ज्वाइंट कमिश्नर कारपोरेट श्याम सुन्दर तिवारी, सम्भाग बी. के कार्यपालक ज्वाइंट कमिश्नर अनूप कुमार प्रधान, सचल दल चतर्थु इकाई के असिस्टेंट कमिश्नर कुलदीप सिंह प्रथम शामिल हैं।
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