Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया कि ''चुनाव के समय किसानों को सम्मान निधि दी गई थी लेकिन अब उनसे वसूली हो रही है।'' सपा मुख्यालय से शुक्रवार को जारी बयान में अखिलेश ने कहा, ''चुनाव के समय मुख्यमंत्री जी ने किसानों से मुफ्त सिंचाई का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आते ही भाजपा सरकार अपने वादे से मुकर गई।'' उन्होंने भाजपा पर वादाखिलाफी के चरित्र का भी आरोप लगाया।
जनता भाजपा को वर्ष 2024 में ही निपटा देगी
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि ''वादाखिलाफी भाजपा का वास्तविक चरित्र है, जनता को धोखे में रखने के लिए नए-नए वादों और जुमलों की हेराफेरी में उसे महारत है।'' उन्होंने दावा किया कि ''पवित्र मां गंगा और यमुना नदी से भी भाजपा धोखा करती है। युवाओं को तो छलती ही रही है। भाजपा की इन हरकतों से जनता तंग आ चुकी है। अब जनता भाजपा को आगे बर्दाश्त नहीं करेगी। 2027 से पहले जनता भाजपा को वर्ष 2024 में ही निपटा देगी।''
भाजपा अभी तक सर्वे का छलावा कर रही: अखिलेश
सपा प्रमुख ने कहा, ''प्रदेश में सूखे की छाया मंडरा रही है, किसानों को मुआवजा देने की जगह भाजपा सरकार अभी तक सर्वे का छलावा कर रही है और किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का वादा भी भाजपा ने नहीं निभाया।'' यादव ने आरोप लगाया, ''चुनाव के समय किसानों को सम्मान निधि दी गई थी अब उनसे वसूली हो रही है।''
किन किसानों से वसूली जाएगी रकम?
उल्लेखनीय है कि पिछले बुधवार को प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा था कि राज्य में केंद्र की महत्वाकांक्षी योजना ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ के तहत कुल दो करोड़ 85 लाख किसान चयनित किए गए थे। जिनमें से 21 लाख काश्तकार अपात्र पाए गए हैं। शाही ने बताया कि अपात्र पाए गए किसानों से इस योजना के तहत अब तक उन्हें दी गई रकम की वसूली की जाएगी।
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