UP Election 2022: गाना गाने से लेकर पूरी तलने तक... वोटर्स को रिझाने के लिए हर हथकंडे अपना रहे उम्मीदवार
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने समर्थकों की टीम के साथ राज्य की राजधानी के व्यस्त इलाकों में घर-घर जाकर प्रचार किया और लखनऊ के नरही में पूरियां तलने लगे। पाठक ने एक दर्जी की दुकान पर सिलाई मशीन भी चलाई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को रिझाने के लिए राजनीतिक दलों के उम्मीदवार गाना गाने से लेकर पूरी तलने और भावनात्मक अपील से लेकर हर हथकंडे अपना रहे हैं। मतदाताओं को जोड़ने और उन्हें प्रभावित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के कई मंत्रियों की प्रचार शैली पर भी लोगों की निगाहें गई हैं। उत्तर प्रदेश सरकार के वित्त व संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना अपने निर्वाचन क्षेत्र शाहजहांपुर में देश भक्ति गीत गाकर मतदाताओं को सजग करते सुने जा रहे हैं।
वहीं, राज्य सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक सड़क किनारे पूरी तलते हुए आम मतदाताओं के बीच आम आदमी की अपनी छवि पेश करने की कोशिश करते देखे गए जबकि मऊ जिले की मुहम्मदाबाद गोहना विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बनवारी लाल ने इस चुनाव को आखिरी चुनाव बताते हुए मतदाताओं से ‘‘वोट या कफन’’ की गुहार लगाकर भावनात्मक अपील की। शाहजहांपुर सीट से नौवीं बार अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए एक चुनावी सभा में मंत्री सुरेश खन्ना का गाना गाते हुए वीडियो सोशल मीडिया में इन दिनों खूब प्रसारित हो रहा है।
खन्ना 'जागृति' फिल्म में कवि प्रदीप के लिखे और मोहम्मद रफी के गाये गीत ‘‘हम लाए हैं तूफान से कश्ती निकाल के’’ की तर्ज पर "इस क्षेत्र को रखना मेरे मित्रों संभाल के, हम लाए हैं अपराध से यूपी निकाल के, बहका ना दे विकास से कोई धोखे में डाल के... इस क्षेत्र को रखना मेरे मित्रों संभल के। तुम्हीं भविष्य हो मेरे यूपी विशाल के’’ गाते सुने जा रहे हैं। जिला सहकारी बैंक शाहजहांपुर के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता डीपीएस राठौर ने कहा, ‘‘खन्ना इससे पहले भी भाजपा के विभिन्न मंचों से इस तरह का प्रदर्शन कर चुके हें। अभियान के दौरान वह जो गीत गा रहे हैं वह देश भक्ति गीत हैं और इसके माध्यम से न केवल अपनी देश भक्ति बल्कि क्षेत्र की सुरक्षा और भविष्य की भी चिंता प्रकट कर रहे हैं।''
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने अपने समर्थकों की टीम के साथ राज्य की राजधानी के व्यस्त इलाकों में घर-घर जाकर प्रचार किया और लखनऊ के नरही में पूरियां तलने लगे। पाठक ने एक दर्जी की दुकान पर सिलाई मशीन भी चलाई। हालांकि पाठक ने इसे कोई नई बात नहीं बताया, पर उनके इन प्रयासों ने लोगों में जिज्ञासा पैदा की। पाठक ने कहा, "यह मेरा क्षेत्र है और मैं पिछले पांच वर्षों से घूम रहा हूं, मैं उन लोगों का आशीर्वाद लेने गया था जो सरकार की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी हैं।'' ब्रजेश पाठक ने 2017 में लखनऊ के मध्य क्षेत्र से चुनाव जीता था और इस बार वह लखनऊ कैंट क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार हैं।
मऊ के मुहम्मदाबाद गोहना से कांग्रेस प्रत्याशी बनवारी लाल मतदाताओं से इस बार ‘‘वोट या कफन’’ की मांग कर रहे हैं। बनवारी लाल (65) इसी अपील के साथ पर्चा बांट रहे हैं और इस बार वह अपना आखिरी चुनाव बताते हैं। उनकी अपील का शीर्षक है, ''मैं बनवारी बेचारा अंतिम मेरा प्रयास'' है। कांग्रेस नेता की अपील में लिखा है, ‘‘मैं आप सबके बीच 30 वर्षों से हूं और आप सभी मेरा दुख जानते हैं। मेरा मकान बिका और मेरा बेटा मेरे चुनाव हारने के बाद दिल का दौरा पड़ने से इस दुनिया को छोड़कर चला गया। मेरी धर्मपत्नी इस गम को सहन न कर सकी और वह मानसिक संतुलन खो बैठी।’’ बनवारी लाल ने अपने दुखों की चर्चा करते हुए सर्व समाज के लोगों से वोट की अपील करते हुए कहा है कि ‘‘मुझे वोट दे दो या कफन दे दो।’’
कौशांबी जिले के सिराथू विधानसभा क्षेत्र से चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पूरे प्रदेश के भाजपा उम्मीदवारों के चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं लेकिन उनके क्षेत्र में दिल्ली से आई एक नाटक मंडली घूम-घूम कर प्रचार कर रही है। नुक्कड़ नाटकों के जरिये मौर्य के विकास कार्यों और उनकी भावनाओं को व्यक्त करने में यह मंडली सहारा बनी है। रोड शो और घर घर चुनाव प्रचार में व्यस्त कई नेता, सेल्फी क्लिक करवाकर या माला पहनाकर मतदाताओं से जुड़ रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा राज्य का दौरा करते हुए गोद में बच्चे लिए या लोगों से बातचीत करते या सेल्फी लेकर लोगों को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं। वह कृषि क्षेत्र में काम करने वाली महिलाओं के साथ बैठकर बातचीत करने और अपनी पार्टी के संकल्पों की चर्चा कर रही हैं।
(इनपुट- एजेंसी)