UP News: देश के कई राज्यों बच्चा चोरी गिरोह के सक्रिय होने की अफवाह फैली हुई है। जिस वजह से लोग केवल शक के आधार पर हिंसा पर उतारू हो जा रहे हैं। लोगों के साथ मार-पीट कर रहे हैं। और ज्यादातर घटनाएं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और मध्य प्रदेश के जिलों में हो रही हैं।
बच्चा चोरी गैंग के सक्रिय होने की अफवाह के चलते लोगों में इस कदर दहशत है कि लोग बच्चा चोर समझ कर निर्दोष लोगों की पिटाई तक कर दे रहे हैं। यूपी के प्रयागराज रायबरेली, सहारनपुर, अमेठी, प्रतापगढ़, कासगंज, कौशांबी, बस्ती जिलों में ऐसी घटनाए हुई हैं। जबकि बिहार के सीतामढ़ी और मोतिहारी जिलों में भी ऐसी घटनाएं सामने आई हैं। वहीं उत्तराखंड के हरिद्वार और रुड़की और मध्य प्रदेश के रीवा में भी ऐसी घटना हुई है।
कोई संगठित गिरोह काम नहीं कर रहा - यूपी पुलिस
वहीं अब इस घटना पर यूपी के लॉ एंड ऑर्डर एडीजी प्रशांत कुमार का बयान आया है। उन्होंने कहा, "ऐसा कोई संगठित गिरोह काम नहीं कर रहा। ऐसी अफवाह फैलाई जा रही है, जिसकी वजह से इस तरह की हिंसक घटनाएं हो रही हैं। मुख्यालय से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए एक विस्तृत निर्देश जारी हुए हैं।" उन्होंने कहा कि, "बच्चा चोरी से संबंधित सूचना का सत्यापन और जांच राजपत्रित अधिकारी द्वारा प्रभावी गश्त किए जाने किए जाने का निर्देश दिया गया है। आमजन को जागरूक किए जाने हेतु लाउड स्पीकर का प्रयोग और सोशल मीडिया पर चलने वाली अफवाह का त्वरित रूप से खंडन करने के निर्देश दिए गए हैं।"
15 दिनों में बच्चा चोरी की अफवाह में 50 घटनाएं
गौरतलब है कि पिछले 15 दिनों के भीतर उत्तर प्रदेश में बच्चा चोरी की अफवाह की लगभग 50 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ब्रज में दो दिन के अंदर चार घटनाएं हो चुकी हैं। आगरा में विक्षिप्त महिला और कासगंज में मोबाइल टॉवर कर्मियों से लोगों ने बच्चा चोरी के शक में मारपीट कर दी जिन्हें किसी तरह पुलिस ने बचाया। इसके अलावा वाराणसी में पिछले दस दिनों में बच्चा चोर समझ पीटने की पांच घटनाएं हो चुकी हैं।
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