UP News: मुख्तार अंसारी ( Mukhtar Ansari) के बेटे और मऊ से सपा विधायक अब्बास अंसारी (Abbas Ansari) के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। सपा विधायक की तलाश कर रही पुलिस ने कई जिलों में छापेमारी की है। विधायक के खिलाफ दर्ज 'शस्त्र लाइसेंस केस' में उनकी तलाश कर रही लखनऊ कमिशनरेट ने तीन जगहों पर छापेमारी की है। लखनऊ के एडीसीपी नॉर्थ और डीसीपी नार्थ के नेतृत्व में ये छापेमारी मऊ, गाजीपुर, और दिल्ली में की गई है।
राष्ट्रपति चुनाव में अब्बास अंसारी ने नहीं डाला वोट
राष्ट्रपति चुनाव में अब्बास अंसारी ने वोट नहीं डाला था, क्योंकि उनके खिलाफ लखनऊ के एसपी एमएलए कोर्ट से वारंट जारी है। लखनऊ के महानगर थाने में इंस्पेक्टर एके. सिंह की तरफ से 12 अक्टूबर 2019 को दर्ज कराई गई FIR में शस्त्र लाइसेंस के दुरुपयोग का केस दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि अब्बास अंसारी की तलाश के लिए एडीसीपी नॉर्थ और डीसीपी नार्थ के नेतृत्व में दो टीमें बनाई गई हैं।
रविवार को अफजाल अंसारी पर हुई कार्रवाई
इससे पहले रविवार को पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बड़े भाई और गाजीपुर से बीएसपी (BSP) सांसद अफजाल अंसारी पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी करीब 15 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली थी। भारी पुलिस बल और राजस्व कर्मियों की मौजूदगी में एसपी गाजीपुर रोहन पी. बोत्र के नेतृत्व में कुर्की की कार्रवाई की गई।
22 जुलाई को हुआ कुर्की का आदेश
जिलाधिकारी एम पी सिंह ने 22 जुलाई को उत्तर प्रदेश गिरोह बंध एवं समाज विरोधी अधिनियम 1986 की 14 (1) के तहत कुर्की का आदेश जारी किया था जिसके बाद कुर्की की कार्रवाई की गई।
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