UP News: यूपी में रंग और केमिकल मिलाकर ब्रांडेड चाय बेचने वाले गैंग का भंडाफोड़ हुआ है। ये गैंग नकली ब्रांडेड चाय बना रहा था। इस मामले में यूपी एसटीएफ ने गैंग के 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार लोगों की पहचान मोहम्मद दाउद, मोहम्मद जैद और तबरेज हाषमी के रूप में हुई है। स्पेशल टास्क फोर्स, उत्तर प्रदेश, लखनऊ ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि चाय की पत्ती में हानिकारक रंग और मानव जीवन को हानि पहुंचाने वाले अन्य पदार्थ मिलाए जा रहे थे और इस नकली चाय को ब्रांडेड चाय बनाकर बेचा जा रहा था। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान इन चीजों को बरामद किया है।
- 3 ड्रम कलर।
- 200 किलो गोल्डन चाय अपमिश्रित।
- 160 किलो गार्डेन फ्रेश चाय।
- 80 किलो खुली चाय।
- 12 बोरियों में पैकिंग की हजारों पन्नियां।
- 3 कार्टून गार्डेन फ्रेश चाय का टेप।
- 1 कार्टून में स्टीकर गार्डेन फ्रेश चाय का।
- 1 डाई गार्डन फ्रेश ।
- 1 तौल मशीन ।
क्या है पूरा मामला
दरअसल एसटीएफ को काफी समय से इस बात की सूचना मिल रही थी कि लूज चाय पत्ती को खरीदकर उसमें मानव जीवन को हानि पहुंचाने वाले विभिन्न प्रकार के केमिकल व कलर मिलाकर नकली चाय बनाई जा रही है और उसे ब्रांडेड चाय के नाम से बेचा जा रहा है। इसके बाद कार्रवाई शुरू की गई और आखिरकार सफलता मिल गई और 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।
एसटीएफ को सूचना मिली थी कि दाउद और जैद नाम के दो शख्स मकान नंबर 544/290 बंषी विहार बालागंज थाना ठाकुरगंज, लखनऊ में मौजूद हैं और यहीं से मिलावट व पैकिंग करने वाली फैक्ट्री का संचालन कर रहे हैं। इसके बाद फौरन एसटीएफ अलर्ट हुई और आरोपियों को धर दबोचा। पूछताछ में इन लोगों ने बताया कि ये लोग लखनऊ व आस-पास के जिलों में खुली चायपत्ती बेचने वाले व्यापारियों से चाय की पत्ती खरीदते हैं और फिर इसमें मिलावट और पैकिंग करके ब्रांडेड कंपनियों के नाम पर लखनऊ की छोटी चाय की दुकानों पर सप्लाई कर देते हैं। ये काम बीते 5-6 साल से ये दोनों शख्स कर रहे थे।
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