UP News: यूपी में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। 22 जगहों पर एक साथ इनकम टैक्स का छापा पड़ा है। लखनऊ, कानपुर और दिल्ली में भी रेड चल रही है। ये छापेमारी UPICON से जुड़े ठेकेदारों पर हो रही है। कई विभागों में कार्यरत भ्रष्ट अधिकारी भी रडार पर हैं।
हालही में विभाग ने झांसी में भी की थी छापेमारी
इससे पहले इनकम टैक्स विभाग ने यूपी के झांसी जिले में एक इंडस्ट्रियल ग्रुप पर छापा मारा था, जिसमें 150 करोड़ रुपए से अधिक की ‘अघोषित’ कमाई का पता चला था। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के मुताबिक, यह समूह सरकारी ठेके लेने के साथ ही रियल इस्टेट क्षेत्र में सक्रिय था और तीन अगस्त को झांसी, लखनऊ, कानपुर, दिल्ली व गोवा में इसके लगभग 30 ठिकानों की तलाशी ली गई थी।
CBDT ने एक बयान जारी कर बताया था कि छापे की चपेट में आए एक ‘प्रमुख व्यक्ति’ ने ‘स्वेच्छा से 150 करोड़ रुपए से अधिक की अतिरिक्त रकम की पेशकश की थी।’ CBDT ने आरोप लगाया कि सरकारी ठेके से जुड़े कारोबार के विश्लेषण से पता चला था कि समूह हर वित्त वर्ष के अंत में अपने बहीखातों में जोड़-तोड़ कर और मुनाफा कम दिखाकर ‘बड़े पैमाने’ पर टैक्स चोरी में शामिल था।
सीबीडीटी के अनुसार, “बहीखातों में जोड़-तोड़ फर्जी खर्चों के दावे और असत्यापित विविध लेनदारों से संबंधित थी, जो मौजूद ही नहीं मिले। जब्त दस्तावेजों से फर्जी खर्चों और असत्यापित विविध लेनदारों के संदर्भ में 150 करोड़ रुपये से अधिक के दावे का पता चला है।”
15 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी और गहने भी जब्त
सीबीडीटी ने कहा था कि रियल इस्टेट क्षेत्र में सक्रिय समूह की कंपनी द्वारा टैक्स चोरी के लिए अपनाए गए सिस्टम में स्टांप शुल्क से ज्यादा नकदी हासिल करना है। सीबीडीटी के मुताबिक, “ये कंपनियां पर्याप्त निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी लेखांकन मानकों के मुताबिक टैक्स के लिए आय की पेशकश नहीं कर रही थीं।” बोर्ड के अनुसार, छापे के दौरान आयकर विभाग ने 15 करोड़ रुपये से ज्यादा की ‘अघोषित’ नकदी और गहने भी जब्त किए।
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