UP News: उत्तर प्रदेश की राजधानी के इटौंजा स्थित गद्दीपुरवा में एक ट्रैक्टर ट्रॉली के तालाब में पलटने से दस लोगों की मौत के बाद लखनऊ जिला प्रशासन ट्रैक्टर-ट्रॉली चालकों की काउंसलिंग शुरू करने पर विचार कर रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं पर रोक लग सके। जिला प्रशासन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, हादसे के मद्देनजर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली चालकों की काउंसलिंग की जाए कि वे अत्यधिक लोगों को लेकर न चलें और यातायात के नियमों का पालन करें, ताकि भविष्य में ऐसी दुःखद घटना फिर से ना हो।
'सभी सड़कों का सर्वे कराना सुनिश्चित किया जाए'
जिलाधिकारी की ओर से लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि सभी सड़कों का सर्वे कराना सुनिश्चित किया जाए विशेषकर जिन रास्तों पर श्रद्धालु चलते हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे में ध्यान दिया जाए कि जिन सड़कों के पास की पटरी खत्म हो गई है और जिन सड़कों के आसपास तालाब या खाई है, उसमें मिट्टी डालकर पटरी बनवाना सुनिश्चित किया जाए।
'सड़कों को गढ्ढा मुक्त करना सुनिश्चित किया जाए'
बयान के मुताबिक, जिलाधिकारी ने कहा कि जिन सड़कों पर ट्रैक्टर ट्रॉली का आवागमन रहता है उनको गढ्ढा मुक्त करना सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी की ओर से निर्देश दिया गया कि सभी लेखपाल व राजस्व निरीक्षक सभी सड़कों का निरीक्षण करें और जिन सड़कों पर पटरी की आवश्यकता है या जिन सड़कों पर गड्ढे हैं उसकी सूचना फोटो सहित उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि इस पर लोक निर्माण विभाग से तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित कराई जाएगी।
जिला प्रशासन के एक अधिकारी के मुताबिक, सोमवार को सीतापुर से कुछ लोग उनाई देवी मंदिर में मुंडन संस्कार के लिए जा रहे थे कि रास्ते में इटौंजा क्षेत्र के गद्दीनपुरवा के पास ट्रैक्टर-ट्रॉली बेकाबू होकर एक तालाब में पलट गई, जिससे उसमें सवार लोग उसके नीचे दब गए। उन्होंने बताया कि इस घटना में 10 लोगों की मौत हो गई और 37 अन्य लोग घायल हो गए।
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