UP News: उत्तर प्रदेश पुलिस की STF ने एक बड़ी घटना होने से पहले ही रोक दी। पुलिस ने 6 युवकों को गिरफ्तार किया जो हैंड ग्रेनेड बेंचने की तैयारी में थे। युवकों से पुलिस ने 2 जिंदा हैंड ग्रेनेड, 6 मोबाइल और 1 हजार रुपए बरामद किए। आरोपी ग्रेनेड को चेन्नई से बेचने के लिए ले आए थे। शनिवार को सभी आरोपी इसे बेचने के लिए गंगा के किनारे एकत्रित हुए थे। इस दौरान STF ने छापा मारकर सभी को गिरफ्तार कर लिया। इनमें से एक आरोपी विनय सिंह पुराना हिस्ट्रीसीटर है।
बदमाशों की पहचान विनय सिंह, महेश राजभर ,नवीन पासवान, अभिषेक सिंह, रोहन राजभर और मनीष सिंह के रुप में हुई है। मनीष सिंह नंद गंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है। बाकि करंडा थाने क्षेत्र के रहने वाले हैं।
पुलिस के अनुसार, एसटीएफ को जानकारी मिली थी कि थाना क्षेत्र करंडा के बन्दीपट्टी डिहवा में गंगा किनारे कुछ लोग हैंड ग्रेनेड लेकर मौजूद है। जो इस हैंड ग्रेनेड को किसी बड़े अपराधी को बेचने की फिराक में है। सूचना पर STF टीम पहुंची। आरोपियों को रंगे हाथों पकड़ा। गाजीपुर एसपी रोहन प्रमोद बोत्रे ने कहा, "STF ने करंडा थाना क्षेत्र से आधा दर्जन बदमाशों को गिरफ्तार किया है।"
चेन्नई से लेकर आए थे दोनों हैंड ग्रेनेड
पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पूछताछ में महेश राजभर ने बताया कि उसके ही गांव के रहने वाले अरविन्द, रोहित व बृजभान चेन्नई में काम करते हैं। जो इस जिंदा हैंड ग्रेनेड को लेकर आए थे। हम लोगों को यह ग्रेनेड दिये और बोले कि इन दोनों हैंड गेनेड को किसी अच्छे अपराधी या माफिया गिरोह को बेचने का प्लान था।
हिस्ट्रीशीटर विनय सिंह को बेचने वाले थे ग्रेनेड
बदमाश महेश राजभर ने कहा, वे सब ज्यादा पैसों के लिए ग्रेनेड बेचने के लिए राजी हो गए थे। उन्होंने गाजीपुर व वाराणसी में कई जगहों पर ग्रेनेड को बेचने की कोशिश की। इसी दौरान नवीन के जरिए कुख्यात माफिया धनजी गिरोह का सक्रिय सदस्य व हिस्ट्रीशीटर विनय सिंह से सम्पर्क हुआ। महेश राजभर ने पूछताछ के दौरान बताया कि विनय सिंह साल 2019 में हुई जिला पंचायत सदस्य पप्पू यादव की हत्या में शामिल था। हाल ही में जेल से छूटकर आया है। इससे हम लोगों की इन दोनों जीवित हैंड ग्रेनेड को बेचने की बात चल रही थी। आज इसे बेचने के लिये इकठ्ठा हुए थे तभी गिरफ्तार कर लिए गए।
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