लखनऊ: गुजरात से लौटे जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने शुक्रवार को नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के गोमतीनगर स्थित एसडब्ल्यूएसएम कार्यालय में औचक निरीक्षण किया। अचानक मंत्री के पहुंचने से कार्यालय में हड़कंप मच गया। उन्होंने वहां पहुंचते ही सबसे पहले मुख्य गेट बंद कराए और अधिशासी निदेशक प्रिय रंजन कुमार के साथ पूरे दफ्तर का निरीक्षण किया। उपस्थिति शीट मांगी और कर्मचारियों का मिलान किया। इस दौरान जो भी कर्मचारी अनुपस्थित रहे या कार्यालय के बाहर मिले उनके खिलाफ कार्रवाई के सख्त निर्देश दिए।
जल शक्ति मंत्री इस दौरान प्रदेश भर से आए आईएसए की समीक्षा बैठक में शामिल भी हुए। उन्होंने एक-एक कर जिलों से आए कोआर्डिनेटरों से जमीनी हालात जानें। जिले स्तर पर बेहतरीन काम कर रहे कई कोआर्डिनेटरों की तारीफ की और हिदायत दी कि किसी भी स्तर पर शोषण बर्दाशत नहीं किया जाएगा। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से मिलकर प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लाई गई हर घर जल योजना को जन-जन तक पहुंचाने में जुटने की अपील की। लगभग एक घंटे तक कार्यालय में रहे मंत्री ने कर्मचारियों के साथ फोटो खिंचवाए और उन्हें बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
नवम्बर माह में जल जीवन मिशन को लेकर भारत सरकार के सर्वे में उत्तर प्रदेश के दो जिले डबल स्टार और तीन जिले सिंगल स्टार कैटिगिरी में शामिल हुए हैं। महोबा और मिर्जापुर ने दो स्टार के साथ परफार्मर्स श्रेणी में स्थान बनाया है। यह दोनों जिले फास्टेस्ट मूविंग और बेस्ट परफामिर्ंग जिलों की श्रेणी में पहले और दूसरे पायदान पर हैं। सिंगल स्टार के साथ एस्पिरेंट श्रेणी में बुंदेलखंड के चित्रकूट और झांसी के साथ शाहजहांपुर का कब्जा बना है।
गौरतलब है कि अक्टूबर माह की रेटिंग में यूपी के चार जिले सिंगल स्टार एस्पिरेंट श्रेणी में शामिल थे। उत्तर प्रदेश को लगातार मिल रही उपलब्धि पर जल शक्ति मंत्री ने नमामि गंगे और ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की पूरी टीम को बधाई दी है।
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