Supertech Twin Tower: सुपरटेक ट्विन टॉवर गिराने के लिए नोएडा पहुंचा विस्फोटक, सामने की सड़क बंद, पढ़िए डिटेल
Supertech Twin Tower: अब से 15 दिनों तक रोजाना 325 किलोग्राम विस्फोटक लाकर इन दोनों टॉवरों में लगाया जाएगा। इस दौरान 1 दर्जन पुलिसकर्मी विस्फोटकों की सुरक्षा के लिए लगे रहेंगे।
Supertech Twin Tower: उत्तर प्रदेश के नोएडा में सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमराल्ड कोर्ट के ट्विन टावर को गिराने की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इसके लिए आज 13 अगस्त से विस्फोटक लगाने का काम शुरू हो रहा है। इसके लिए पलवल से विस्फोटकों की पहली खेप पहुंच चुकी है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने 28 अगस्त का दिन सुपरटेक ट्विन टॉवर को गिराने के लिए तय किया है। हालांकि अगर किसी तरह की कोई बाधा आई तो तारीख 1 सप्ताह तक आगे बढ़ाई जा सकेगी। इसी बीच अब से 15 दिनों तक रोजाना 325 किलोग्राम विस्फोटक लाकर इन दोनों टॉवरों में लगाया जाएगा। इस दौरान 1 दर्जन पुलिसकर्मी विस्फोटकों की सुरक्षा के लिए लगे रहेंगे। निगरानी के बीच ये विस्फोटक नोएडा लाए जाएंगे और फिर एडिफिस के इंजीनियरों द्वारा इन्हें दोनों टॉवरों में बनाए गए छेद में फिट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
टॉवरों के सामने की सड़क पूरी तरह से बंद
ट्विन टॉवरों को उड़ाने के लिए कुल 9 हजार 800 छेद किए गए हैं और हर छेद में 1.375 किलो बारूद डालकर विस्फोट किया जाएगा। शनिवार से विस्फोटक लगाने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। इसके लिए ट्विन टावर के सामने की सड़क को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। यहां सिर्फ पुलिस, एडिफिस और जेट डिमोलिशन कंपनी के लोग ही आ-जा सकेंगे।
ये विस्फोटक लगाए जाएंगे
टॉवर को ध्वस्त करने के लिए जो विस्फोटक लगाया जाएगा, उसमें 325 किलो सुपर पावर जैल, 63300 मीटर्स सोलर कार्ड, सॉफ्ट टयूब, जिलेटिन रॉड, 10990 नंबर सुप्रीम डिले नॉन इलेक्ट्रिक डेटोनेटर रैगिंग क्लास-6 और डिवीजन-2 होंगे। चार इंस्टेंटएनोयस एक्सप्लोसिव डिवाइस का प्रयोग किया जाएगा। विस्फोटक लगाने का काम 60 लोग करेंगे।
किसी भी दो पिलर में एकसाथ विस्फोट नहीं होगा
टावर के किसी भी पिलर में पांच से ज्यादा छेद नहीं होंगे। किसी भी छेद में 1.375 किलो से ज्यादा विस्फोटक नहीं लगाया जाएगा। किसी भी दो पिलर में एक साथ विस्फोट नहीं होगा। टावर परिसर के 40 मीटर दायरे में किसी भी अन्य तरह की गतिविधि नहीं होनी चाहिए। यह विस्फोट करीब 100 किलोमीटर दूर पलवल स्थित मैगजीन से पुलिस की सुरक्षा में लाया जाएगा।
भारत और दक्षिण अफ्रीका के एक्सपर्ट रहेंगे मौजूद
अधिकारियों के मुताबिक, विस्फोट लगाने में 60 लोगों को लगाया जाएगा। इसके अलावा वहां पर सात दक्षिण अफ्रीका और 10 भारत के विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। इनकी निगरानी में विस्फोट लगाने और उसको चार्ज कराने का काम होगा। विस्फोटक लगने का काम आप 15 दिनों तक लगातार चलेगा।
3700 पिलरों में होना है विस्फोट, 9800 छेद किए गए
ट्विन टावर के करीब 3700 पिलरों में विस्फोट होना है। इसके लिए 9800 छेद किए गए हैं। सीबीआरआई से क्लियरेंस मिल चुकी है। लगातार 15 दिनों तक विस्फोटक आएगा और सुबह आठ बजे से दिन ढलने तक रिचार्ज का काम किया जाएगा। इसके बाद दोनों टावरों को पूरी तरह से सील कर दिया जाएगा।