समाजवादी पार्टी के गिरफ्तार आईटी सेल हेड मनीष जगन अग्रवाल को जमानत मिल गई है। जिसके बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया है। मनीष को कल लखनऊ पुलिस ने भारतीय जनता युवा मोर्चा की आईटी सेल हेड डॉ. ऋचा राजपूत की शिकायत के बाद गिरफ्तार किया था। जिसके बाद लखनऊ के सियासी गलियारों में जमकर बवाल मचा था। मनीष की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव यूपी पुलिस के मुख्यालय पहुंच गए थे। जहां सपा के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया था।
अखिलेश यादव ने जताया था उन्हें जहर देने का अंदेशा
इस दौरान अखिलेश यादव पुलिस अफसरों पर भी खूब बरसे थे। यहां तक उन्होंने अफसरों द्वारा दी गई चाय को भी यह कहते हुए अस्वीकार कर दिया था कि हो सकता है कि आप इसमें जहर दे दो। अखिलेश यादव ने कहा कि हम यहां की चाय नहीं पियेंगे। हम अपनी (चाय) लाएंगे, कप आपका ले लेंगे। अखिलेश यादव ने कहा, "चाय हम मंगा लेंगे बाहर से। कैफेटेरिया से मंगा लेंगे। आप मत मंगाइए... या हम अपनी लाएंगे। हम नहीं पी सकते हैं... ज़हर दे दोगे तब? हमें भरोसा नहीं है। हम बाहर से मंगा लेंगे चाय। आप भी पीजिए... हम भी पिएंगे। आप अपनी पीजिए... हम अपनी।"
बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ने कराई थी FIR
बताया जा रहा है कि मनीष जगन अग्रवाल ही सपा का टि्वटर अकाउंट हैंडल करता था और वह सीतापुर का रहने वाला है। बता दें कि 6 जनवरी को लखनऊ में बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज डॉ. ऋचा राजपूत ने समाजवादी पार्टी मीडिया सेल नाम के टि्वटर हैंडल पर रेप और जान से मारने की धमकी दिए जाने का मुकदमा दर्ज करवाया था। ऋचा राजपूत ने अपने साथ कुछ भी होने की स्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदार बताया था। बीजेपी युवा मोर्चा की सोशल मीडिया प्रभारी ऋचा राजपूत ने अपनी शिकायत में कहा था कि उन्हें समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से जान से मारने और बलात्कार की धमकी दी जा रही है। अगर उन्हें कुछ होता है तो उसकी जिम्मेदारी अखिलेश यादव की होगी। ऋचा की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया था।
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