A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश सभी हिंदू महिलाएं चार-चार बच्चे पैदा करें; 2 राष्ट्र को दें: साध्वी ऋतंभरा

सभी हिंदू महिलाएं चार-चार बच्चे पैदा करें; 2 राष्ट्र को दें: साध्वी ऋतंभरा

साध्वी ऋतंभरा ने कहा, देश को कुछ ऐसे लोग चाहिए, आप देखो संघ के कितने लाखों प्रचारक निकले। आज से 30-35 साल पहले, जिनमें से आज देश के प्रधानमंत्री भी हैं, जो देश के लिए अपना तन, मन, एक-एक पल समर्पित किए हुए हैं...तो आने वाले समय में भी इस धरती को बंजर नहीं होना चाहिए।

Sadhvi Rithambhara - India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Sadhvi Rithambhara

कानपुर/लखनऊ (उत्तर प्रदेश): हिंदूवादी नेता साध्वी ऋतंभरा ने देश की सभी हिंदू महिलाओं से चार-चार बच्चे पैदा करने का आह्वान करते हुए कहा है कि इनमें से दो बच्चे राष्ट्र को समर्पित कर दिए जाएं। उन्होंने साथ ही कहा कि भारत जल्द ही ‘हिंदू राष्ट्र’ बन जाएगा। दिल्ली के जहांगीरपुरी में शनिवार को हुई सांप्रदायिक हिंसा के संबंध में उन्होंने कहा कि हनुमान जयंती शोभा यात्रा पर ‘‘हमला’’ करने वाले देश की तरक्की से जल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जो राजनीतिक आतंकवाद के जरिए हिंदू समाज को विभाजित करने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें मिट्टी में मिला दिया जाएगा।’’

ऋतंभरा ने रविवार को कानपुर के निराला नगर रेलवे प्रांगण में आयोजित राम महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा "आपने तो दो बच्चे पैदा किये। है ना, हम दो हमारे दो....मेरा निवेदन है हिंदू समाज के बंधुओं से, दो संतानें नहीं, चार संतानों को जन्म दीजिये। दो संतानें राष्ट्र के लिए समर्पित कीजिए।" उपस्थित भीड़ द्वारा 'जय श्री राम' के उद्घोष के बीच ऋतंभरा ने कहा "वे दोनों (संतान) राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के समर्पित सेवक बनेंगे।" उन्होंने कहा "श्री राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण हो रहा है और हमें कण-कण को, जन जन को राममय बनाना है।"

बाद में 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत में साध्वी ऋतंभरा ने अपने बयान के समर्थन में दलील देते हुए कहा, "आप अगर भारत के अतीत को देखोगे तो तमाम बच्चे देश के लिए अपने आपको समर्पित करते थे। उनके माता-पिता को भी बहुत परेशानी नहीं होती थी क्योंकि उनकी परंपरा चलाने के लिए और भी संतानें होती थीं, लेकिन अब सज्जनों की स्थिति यह है कि वह सक्षम भी हैं, पढ़ा भी सकते हैं, तो भी वह संतानों को जन्म नहीं देना चाहते हैं।" उन्होंने कहा "देश को भी कुछ ऐसे लोग चाहिए। आप देखो संघ के कितने लाखों प्रचारक निकले। आज से 30-35 साल पहले, जिनमें से आज देश के प्रधानमंत्री भी हैं, जो देश के लिए अपना तन, मन, एक-एक पल समर्पित किए हुए हैं...तो आने वाले समय में भी इस धरती को बंजर नहीं होना चाहिए। उनकी संतानें इस देश को समझें। ऐसी हमारी देश की परंपरा रही है। मैं उसी को याद दिला रही थी।"

उन्होंने भारत के जल्द ही ‘हिंदू राष्ट्र’ बनने की बात कही। ऋतंभरा ने देश में समान नागरिक संहिता लागू करने की वकालत करते हुए कहा "देश में समान आचार संहिता लागू हो। अगर देश में जनसंख्या का असंतुलन हुआ तो राष्ट्र का भविष्य अच्छा नहीं होगा।" यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने माता पिता से अपने बच्चों को संघ के प्रर्ति समर्पित करने को कहा है तो उन्होंने कहा, ‘‘हां, मैंने उनसे कहा था कि अपने दो बच्चों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को समर्पित करें, विश्व हिंदू परिषद का कार्यकर्ता बनाएं, देश को समर्पित करें।"

ऋतंभरा राम मंदिर आंदोलन से जुड़ी रही हैं और उन्होंने विश्व हिंदू परिषद की महिला शाखा दुर्गा वाहिनी का भी गठन किया था।

Latest Uttar Pradesh News