पंजाब में भगवंत मान सरकार ने अब डीजीपी वीके भावरा की जगह उत्तर प्रदेश के जौनपुर से ताल्लुक रखने वाले गौरव यादव को पंजाब का कार्यकारी डीजीपी बना दिया है। गौरव यादव 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। दरअसल वीके भावरा फिलहाल 2 महीने की छुट्टी पर हैं। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र में डेपुटेशन पर जाने का लेटर भी लिख दिया है, जिसे मंजूरी भी मिल चुकी है। पंजाब सरकार अब नए परमानेंट डीजीपी के लिए यूपीएससी को पैनल भेजेगी, जिसके बाद पंजाब को पक्का डीजीपी मिलेगा। हालांकि, इस बीच 6 महीनों तक पंजाब सरकार कार्यकारी डीजीपी नियुक्त कर सकती है। यही वजह है कि गौरव यादव को फिलहाल कार्यकारी डीजीपी बनाया गया है।
उत्तर प्रदेश से नाता
गौरव यादव 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। इनका घर उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बक्शा थाना क्षेत्र के बेलापार गांव में पड़ता है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में जब से योगी सरकार बनी है, वहां की बुलडोजर नीति और माफियाओं पर हो रही जबरदस्त कार्रवाई ने सूबे के कानून व्यवस्था को दुरुस्त कर दिया है।
यही वजह है कि लोग अब गौरव यादव के यूपी के होने से ये अनुमान लगा रहे हैं कि उनके पंजाब के डीजीपी बनने से वहां भी कानून व्यवस्था में सुधार होगा। गौरव यादव ने अपनी पढ़ाई-लिखाई भी कानपुर और लखनऊ जैसे शहरों से की है।
भगवंत मान और केजरीवाल से भी नाता
गौरव यादव पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के करीबी अफसरों में से एक बताए जाते हैं। दरअसल, जब पंजाब में आप सरकार बनी तो गौरव यादव को भगवंत मान का स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी बनाया गया था। वहीं अगर केजरीवाल से उनको जोड़ कर देखें तो गौरव यादव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दोनों ने एक साथ 1992 की यूपीएससी की परीक्षा दी थी। इसी के बाद अरविंद केजरीवाल का चयन आईआरएस में हुआ था और गौरव यादव का चयन आईपीएस में।
पंजाब में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर लगेगा लगाम
पंजाब की कानून व्यवस्था पर सवाल काफी समय से उठते रहे हैं। हालांकि, जब पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला की दिनदहाड़े गोलियों से भून कर हत्या कर दी गई तो इन सवालों ने और जोर पकड़ लिया। इसके अलावा पाकिस्तान के साथ बॉर्डर शेयर करने की वजह से पंजाब में ड्रग तस्करी भी जोरों पर होती है। नए डीजीपी गौरव यादव को इन सभी मामलो पर सख्ती से काम करना होगा।
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