Nupur Sharma Controversy: पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के विवादित बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिला में 10 जून को विरोध प्रदर्शन हुआ था। इसे लेकर यूपी पुलिस ने उपद्रवियों की गिरफ्तारी का अभियान चलाया था। इस दौरान शक के आधार पर 85 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने लड़कों को जमकर पीटा था। अब इनमें से कुछ आरोपी बेगुनाह पाए गए हैं।
8 लड़कों को कोर्ट ने किया बाइज्जत बरी
जिन लड़कों को पुलिस ने पीटा था, उनमें से आठ को सहारनपुर कोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया है। पुलिस प्रशासन ने CRPC-169 के तहत उन्हें क्लीन चीट दे दी है। इसके साथ ही सहारनपुर कोर्ट ने इन आठ लोगों को जेल से रिहा भी कर दिया है।
युवकों की पिटाई का वीडियो हुआ था वायरल
दरअसल, सहारनपुर जिले में पिछले महीने युवकों की पिटाई का वीडियो वायरल हुआ था। तब पुलिस ने लड़कों की पिटाई से इनकार कर दिया था, लेकिन मामला तूल पकड़ता देख सहारनपुर पुलिस ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। जेल से छूटकर आए 18 साल के युवक मोहम्मद अली का पुलिस की पिटाई में हाथ टूट गया है। अली ने 23 दिन जेल में गुजारे हैं।
'ठोस सबूत नहीं मिलने पर कोर्ट में अर्जी डाली गई'
सहारनपुर जिले के कप्तान आकाश तोमर ने बताया, "सभी लड़कों को शक के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान पुलिस की छानबीन जारी था। हालांकि, ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण हमने कोर्ट में अर्जी दाखिल करवाई, जिन्हें कोर्ट के आदेश पर छोड़ा गया है। फिलहाल अन्य आरोपियों पर कार्रवाई जारी है।"
क्या था मामला?
गौरतलब है कि बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली बीजेपी के पूर्व नेता नवीन जिंदल ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसे लेकर देशभर के कई हिस्से में विरोध प्रदर्शन हुआ था। इस दौरान कई जगहों पर हिंसक घटनाएं भी हुईं। वहीं, यह अंतरराष्ट्रीय विवाद भी हो गया था। ववादित बयान की कई देशों ने निंदा की थी। अरब देशों ने विवादित बयान को आपत्ति दर्ज करवाई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बीजेपी ने कार्रवाई करते हुए नूपुर शर्मा को पार्टी से छह साल के लिए निलंबित कर दिया, जबकि नवीन जिंदल को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
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