गाजियाबाद के मसूरी में एक स्कूल संचालक ने नाबालिग छात्रा से दो महीने तक दुष्कर्म किया। आरोपी का नाम शहादत है और वह एक मौलवी भी है। वह स्कूल की छुट्टी के बाद छात्रा को मोबाइल फोन चलाने सिखाने के बहाने रोक लेता था और फिर उसके साथ दुष्कर्म करता था। मौलवी छात्रा को धमकी भी देता था कि अगर यह बात उसने किसी को बताई तो वह उस स्कूल में पढ़ने वाले उसके भाई-बहन को मार कर उनकी लाश नहर में फेंकवा देगा। छात्रा के गुमसुम रहने और स्कूल जाने से मना करने पर माता पिता ने उससे जब पूछा तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई।
मौलवी ने छात्रा से पहले छेड़खानी की थी उसके बाद उसने उसके साथ दुष्कर्म भी किया। शहादत ने उसे मोबाइल फोन दिलाने का झांसा भी दिया था। पुलिस ने बताया कि जिस स्कूल में दुष्कर्म किया गया, उसी इमारत में मदरसा भी चलता है, जो 2014 से संचालित है। लोगों ने बताया कि आरोपी शहादत मौलवी भी है। स्कूल की मान्यता छठी कक्षा तक की है, पर आठवीं तक कक्षाएं चलती हैं।
मस्जिद में 10 साल की बच्ची के साथ मौलवी ने किया छेड़छाड़
ऐसा ही एक मामला पूर्वी दिल्ली के मौजपुर इलाके से कल 11 नवंबर को सामने आई थी। जहां एक मस्जिद में 10 साल की बच्ची के साथ मौलवी ने छेड़छाड़ किया था। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। बच्ची रोज ट्यूशन पढ़ने के बाद आरोपी मौलवी के पास तालिम लेने आती थी। आरोपी का नाम मोहम्मद अरमान है। आरोपी अरमान कुछ दिन पहले ही किसी जगह से यहां मस्जिद में पढ़ाने आया था। पुलिस के मुताबिक, 9 नवंबर को मौजपुर की एक मस्जिद में 10 साल की बच्ची से छेड़छाड़ करने के आरोप में मोहम्मद अरमान नाम के शख्स के खिलाफ जाफराबाद पुलिस स्टेशन में पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
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