A
Hindi News भारत उत्तर प्रदेश Lakhimpur Kheri Violence: "अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे के लिए संयुक्त किसान मोर्चा करेगा आंदोलन," टिकैत ने किया ऐलान

Lakhimpur Kheri Violence: "अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे के लिए संयुक्त किसान मोर्चा करेगा आंदोलन," टिकैत ने किया ऐलान

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के घटक 23 अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों की कथित अधूरी मांगों को प्रशासन के समक्ष उठाया।

Bhartiya Kisan Union leader Rakesh Tikait- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Bhartiya Kisan Union leader Rakesh Tikait

Highlights

  • जेल में बंद चार किसानों के परिवार से मिले टिकैत
  • खीरी के जिलाधिकारी को मांगों से अवगत कराया
  • टेनी के इस्तीफे के लिए आंदोलन को तैयार संगठन

Lakhimpur Kheri Violence: भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत और संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के घटक 23 अन्य किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने बृहस्पतिवार को लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों की कथित अधूरी मांगों को प्रशासन के समक्ष उठाया। टिकैत ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा उर्फ टेनी के इस्तीफे की मांग दोहराई और कहा कि इसके लिए एसकेएम आंदोलन शुरू करेगा।

जेल में बंद चार किसानों के परिवार से मुलाकात-

टिकैत ने एसकेएम के अन्य नेताओं के साथ तीन अक्टूबर, 2021 को लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया थाना क्षेत्र में हुई हिंसा में दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर की कथित हत्या के मामले में जेल में बंद चार किसानों के परिवार के सदस्यों से भी मुलाकात की। टिकैत के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने खीरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह, पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन से मुलाकात कर उनकी मांगों से अवगत कराया। जिले के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि एसकेएम प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन को अधूरी प्रतिबद्धताओं (किसानों और प्रशासन के बीच चार अक्टूबर, 2021 को तिकुनिया हिंसा के बाद हुए समझौते में) के बारे में अवगत कराया, जिसमें घायलों को मुआवजा, पीड़ित परिवारों के पात्र सदस्यों को सेवा आदि मामले शामिल थे। 

एसकेएम पर लगाए थे अनदेखी के आरोप- 

टिकैत ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र में आने वाली मांगों के शीघ्र हल करने का आश्वासन दिया है।  जेल में बंद चार किसानों के मुद्दे पर टिकैत ने कहा कि परिवार के सदस्यों की पीड़ा वास्तविक है। उल्लेखनीय है कि इन किसानों के परिवारों ने एसकेएम नेताओं पर उनकी अनदेखी करने का आरोप लगाया था। हालांकि, उन्होंने कहा कि मामला अदालत में है और एसकेएम सभी कानूनी विकल्पों पर मंथन कर चारों किसानों को सभी तरह की सहायता प्रदान करेगा। गौरतलब है कि पिछले साल तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में किसानों के आंदोलन के दौरान हुई हिंसा में चार किसानों, एक पत्रकार, दो भाजपा कार्यकर्ताओं और एक ड्राइवर सहित आठ लोगों की मौत हो गई थी। 

Latest Uttar Pradesh News