Kanpur Violence: कानपुर के बेकनगंज इलाके में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद बवाल हो गया। दो पक्षों के बीच भिड़ंत के बाद दंगे जैसे हालात पैदा हो गए हैं। बाजार बंद कराने के ऐलान में दो पक्षों में पथराव हुआ। बवाल नियंत्रित करने पहुंची पुलिस पर भी लोगों ने पत्थर फेंके। बता दें कि ये मिश्रित आबादी वाला इलाका है इसलिए माहौल तनावपूर्ण हो गया। शुरुआती पथराव के बाद कानपुर के यतीमखाना चौराहा इलाके की गलियों में दंगाइयों की पहचान करने गई पुलिस पर पथराव होने लगा। पुलिस पर छतों से पथराव हुआ। पुलिस ने भीड़ पर पहले लाठीचार्ज किया, फिर पुलिस भी जवाब में पत्थर फेंकने लगी। मौके पर वरिष्ठ अधिकारी तैनात हैं। कानपुर हिंसा पर योगी सरकार ने सख्त एक्शन लिया है। ADG लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि हिंसा के आरोपियों की संपत्ति जब्त की जाएगी और आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा।
जानिए क्यों हुआ बवाल
आपको बता दें कि इस मामले की शुरुआत मुस्लिम नेता हयात जफर हाश्मी के बाजार बंद आह्वान से हुआ था। दरअसल, बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा के टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मुहम्मद साहब पर टिप्पणी किए जाने से मुस्लिम समाज नाराज था। शुक्रवार को बाजार बंद भी कराए गए। परेड चौराहा पर सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए थे। दोपहर करीब 3 बजे दो पक्ष के लोग आमने-सामने आ गए जिसके बाद पथराव शुरू हुआ। इसमें कई लोग घायल हो गए हैं। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वहीं, इस बवाल के बाद कानपुर के दूसरे बाजारों में भी दुकानें बंद करवा दी गई है। बाजारों में सन्नाटा छा गया। एहतियातन शहर के दूसरे बाजारों में भी पुलिस गश्त बढ़ा दी गई है ताकि हिंसा को एक इलाके तक ही सीमित रखा जा सके।
PM मोदी और राष्ट्रपति कोविंद कानपुर देहात में
एक तरफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर देहात में हैं। वहीं दूसरी तरफ शुक्रवार दोपहर परेड के यतीमखाना में दो पक्ष आमने-सामने आ गए। फिर दोनों पक्षों की तरफ से पथराव और हवाई फायरिंग शुरू हो गई। देखते ही देखते पत्थर चलने लगे। बवाल की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने लाठी पटक कर बवालियों को खदेड़ दिया। परेड और चमनगंज इलाके को सील कर दिया गया। फिलहाल भारी संख्या में पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है।
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