Kanpur Violence : कानपुर हिंसा (Kanpur violence) के दौरान चंद्रेश्वर हाते के पास स्थित जिन मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स से पत्थर फेंके गए थे, उन बिल्डिंग्स को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है और इस संबंध में कानपुर विकास प्राधिकरण (Kanpur Development Authority) को रिपोर्ट सौंप दी गई है। अब कानपुर विकास प्राधिकरण उन बिल्डिंग्स पर कार्रवाई करेगा जो अवैध हैं। इन इमारतों को सील किया जाएगा। इस संबंध में कानुपर विकास प्राधिकरण के वीसी ने अफसरों को निर्देश दे दिया है।
50 इमारतें सीधे तौर पर केडीए के निशाने पर
बताया जाता है कि परेड, नयी सड़क, चमनगंज बेकनगंड और यतीमखाना रोड की 100 से ज्यादा अवैध इमारतों को सील करने का नोटिस केडीए पहले ही दे चुकी है। वहीं चंद्रेश्वर हाते के आसपास की करीब 50 इमारतें सीधे तौर पर केडीए के निशाने पर है। नक्शे के विपरीत निर्माण कर बनाई गई ऊंची इमारतें सील की जाएंगी और बाद में इनके गिराने की कार्रवाई की जाएगी।
ऊंची इमारतों से पथराव और फायरिंग
पुलिस जांच में पता चला कि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग्स से पथराव किया गया। पहले भी उपद्रव में ऐसी घटनाएं सामने आई थीं जिसके बाद अब कानपुर विकास प्राधिकरण से अवैध इमारतों को सील करने को कहा गया है। चंद्रेश्वर हाता में रहनेवाले लोगों का आरोप है कि हाते के सामने और अगल-बगल की इमारतों से फायरिंग हुई और बम फेंके गए।
चौराहों पर आरोपियों की लगेगी होर्डिंग्स
कानपुर हिंसा मामले में अबतक पुलिस ने 38 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। हिंसा में कथित तौर पर शामिल प्रमुख आरोपियों के होर्डिंग बनाए गए हैं और इन्हें प्रभावित इलाकों और आसपास के इलाकों में खास जगहों पर लगाया जा रहा है। पुलिस ने करीब 100 दंगाइयों और पत्थरबाजों की पहचान कर ली है। वीडियो क्लिप और सीसीटीवी के जरिए आरोपियों की तस्वीरें इकट्टा की जा रही है।
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