Kanpur Violence: कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है। लगातार पुलिस हिंसा में शामिल आरोपियों की सूची अपडेट कर रही है। साथ ही आरोपियों के नाम सार्वजनिक किए जा रहे हैं। इसी बीच कानपुर हिंसा का नया सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इस फुटेज में हमलावर जमकर तोड़फोड़ मचा रहे हैं। साथ ही दुकानों से सामान भी लूटते दिखाई पड़ रहे हैं। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि हिंसा करने वालों ने एक बाइक को पूरी तरह तोड़ डाला। वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि हिंसा करने वाले किशोर उम्र के हैं, जिन्हें भड़काकर और उकसाकर उपद्रव फैलाने की साजिश रची गई।
बुधवार को SIT और फॉरेन्सिक टीम पहुंची थी मौके पर
बता दें कि कानपुर हिंसा के मामले में अब तक 54 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। बुधवार को कानपुर दंगे की जांच के लिए SIT और फॉरेन्सिक टीम मौके पर पहुंची थी। टीम ने क्राइम सीन को रीक्रिएट किया और फोटोग्राफी के साथ पूरे इलाके का मुआयना किया। फॉरेंसिंक टीम ने दादा मियां, नई सड़क और चंद्रेश्वर हाता का दौरा किया। बताया जा रहा है कि फॉरेंसिक टीम को अब कुछ इलाकों से टूटे हुए सीसीटीवी कैमरे, कई जगह पथराव के निशान, कुछ जगह पत्थर भी मिले हैं।
विदेशों से भेजे गए थे पैसे!
गौरतलब है कि कानपुर हिंसा विदेशी फंडिंग का एंगल भी सामने आया। सूत्रों की मानें तो दंगे आरोपों में गिरफ्तार हयात जफर हाशमी की संस्था को ये पैसे विदेशों से भेजे गए थे और 3 बैंक अकाउंट्स के जरिए करोड़ों की लेनदेन की की गई थी। ये तीनों ही अकाउंट्स 2019 में खोले गए थे और फिर करीब 3 साल के भीतर इनके जरिए करोडों रुपये के ट्रांजैक्शन किए गए। एक खाते में अभी भी 1.27 करोड़ रुपये बचे हैं, जबकि बाकी के 2 खातों में सिर्फ 11 लाख रुपये बचे हुए हैं।
कानपुर हिंसा मामले में गिरफ्तार पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया ‘PFI’ के 3 सदस्यों के बैंक खातों की भी जांच होगी। मामले में गिरफ्तार उमर, नसीम अहमद और सैफुल्लाह के बैंक खातों की जांच करेगी। पुलिस को इस मामले में भी विदेशी फंडिंग का शक है। ये तीनों ही शख्स कानपुर हिंसा के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के संपर्क में थे।
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