गोंडा: उत्तर प्रदेश गोंडा जिले से राष्ट्रीय ध्वज के अपमान का मामला सामने आया है। यहां सरकारी दफ्तरों की सफाई के दौरान बोरे में भरे गए तिरंगों को आग के हवाले करने का वीडियो वायरल होने के मामले में जिला प्रशासन ने 2 सदस्यीय टीम गठित करके जांच रिपोर्ट तलब की है। बता दें कि आजादी के अमृत महोत्सव के बाद बचे तिरंगों को विकास भवन में रखवा दिया गया था। रविवार को विकास भवन की सफाई में लगे कर्मचारियों ने तिरंगे के बोरे में आग लगा दी, जिसका वीडियो अब सामने आया है। वहीं, इस घटना की जानकारी लगते ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया।
जांच रिपोर्ट मिलने पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ होगी कार्रवाई
मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने सोमवार को बताया कि जिला मुख्यालय पर स्थित विकास भवन के सरकारी दफ्तरों की साफ-सफाई के दौरान कर्मचारियों द्वारा रविवार को बोरे में रखे तिरंगे को आग के हवाले किए जाने की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली। कुमार ने बताया कि उन्होंने इस घटना का संज्ञान लेते हुए अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में दो सदस्यीय टीम गठित करके जांच आख्या तलब की है। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट मिलने पर दोषी कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
फाइलों और कागजों के साथ तिरंगों को भी जला दिया
इस सम्बंध में जिला विकास अधिकारी दिनकर विद्यार्थी ने बताया कि गत अगस्त महीने में 'हर घर तिरंगा' अभियान में वितरण के लिए झंडे मंगाए गए थे। उन्होंने कहा कि कुछ झंडे मानक के अनुरूप नहीं थे, इसलिए उन्हें वितरित नहीं किया गया था और विकास भवन के ही एक कक्ष में रखवा दिया गया था। रविवार को छुट्टी का दिन होने के कारण दफ्तरों की साफ-सफाई की जा रही थी। विद्यार्थी ने बताया कि इसी दौरान सफाई कर्मचारियों ने अन्य रद्दी फाइलों और कागजों के साथ उस बोरी को भी जला दिया, जिनमें तिरंगे रखे थे।
गौरतलब है कि सोमवार को सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में विकास भवन के पीछे कुछ बोरों में जलते हुए राष्ट्र ध्वज दिखाई दे रहे थे। इसमें किसी को यह कहते हुए सुना जा रहा था कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत वितरण के लिए आए झंडों को आग के हवाले कर दिया गया है।
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