Ghaziabad Monkeypox News : दिल्ली में मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मरीज की पुष्टि होने के बाद जहां एनसीआर के इलाके को अलर्ट कर दिया गया है वहीं अब गाजियाबाद (Ghaziabad) में मंकीपॉक्स के दो संदिग्ध मरीजों के मिलने खबर है। इनमें से एक मरीज को लोकनायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दूसरा मरीज गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल में चेकअप के लिए पहुंचा था। फिलहाल यह मरीज घर पर ही है। दोनों मरीजों को हल्का बुखार है और शरीर पर लाल दाने हैं। दोनों के शरीर पर उभरे हुए दाने चिकनपॉक्स जैसे हैं लेकिन इन्हें मंकीपॉक्स का संदिग्ध मरीज माना जा रहा है। दोनों मरीजों के सैंपल्स को जांच के लिए पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) की लैब में भेजा गया है।
कई राज्यों में अलर्ट
मंकीपॉक्स के नए मामलों के बाद अब केरल,दिल्ली, कर्नाटक, गोवा, यूपी समेत कई राज्य अलर्ट मोड में आ गए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने के निर्देश पर कई राज्यों को अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं देश के कई हवाई अड्डों को भी अलर्ट कर दिया गया है ताकि मंकीपॉक्स के संदिग्धों पर नजर रखी जा सके।
दो महीने पहले पेरिस से लौटा था संदिग्ध
गाजियाबाद में मिला मंकीपॉक्स का पहला संदिग्ध दो महीने पहले पेरिस गया था। वह 20 दिन पहले मुंबई से लौटा है। हालांकि पुणे की लैब से जांच रिपोर्ट आने के बाद इस बात की पुष्टि हो पाएगी कि इन दोनों को मंकीपॉक्स है या नहीं। पहले मरीज को लोकनायक अस्पताल में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मरीजों के लिए रिजर्व वार्ड में रखा गया है। मरीज की हालत स्थिर बताई जा रही है।
मरीज की हालत स्थिर
वहीं लोकनायक अस्पताल प्रशासन का कहना है कि रविवार को जिस मरीज में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई थी उसकी हालत अब पहले से बेहतर है। उसे बुखार नहीं आ रहा है और शरीर पर उभरे लाल दानों में भी काफी आराम है। लाल दाने जब पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे तब उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
जांच रिपोर्ट का इंतजार
वहीं गाजियाबाद के एमएमजी अस्पताल के ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे संदिग्ध मरीज की उम्र करीब 28 साल है। वह साहिबाबाद में ही एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है और अर्थला में रहता है। फिलहाल वह घर है। उसके सैंपल को पुणे जांच के लिए भेजा गया है। अब रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है कि मरीज को चिकनपॉक्स है या मंकीपॉक्स।
विश्व स्वास्थ्य संगठन हेल्थ इमरजेंसी का किया ऐलान
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मौजूदा मंकीपॉक्स (Monkeypox) महामारी को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है। 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (तब ज़ायर) में एक बच्चे में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। तब से समय-समय पर इस वायरस को प्रकोप कम या ज्यादा होता रहा है। लेकिन इस बार यह व्यापक तौर पर फैल रहा है। 22 जुलाई तक 68 देशों में 16,593 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
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