इत्र कारोबारी पीयूष जैन के ठिकानों पर डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) की छापेमारी में करीब 194 करोड़ रुपए कैश मिला था। कोर्ट ने पीयूष जैन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। अब ED ने DGGI को बिजनेसमैन पीयूष जैन मामले में पत्र लिखा है। ED ने केस डिटेल्स और पीयूष जैन का अरेस्ट मेमो की डिटेल्स मांगी है। दरअसल ED ये जानना चाहती है कि क्या इस मामले में प्रेडिकेट (विधेय) ऑफेंस बनता है या नहीं।
अगर इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग हुई है तभी ED इस केस की जांच करेगी, नहीं तो DGGI के चार्जशीट फाइल करने का इंतजार किया जाएगा। बता दें, ED तभी किसी मामले की जांच करती है जब स्टेट पुलिस या सीबीआई कोई केस दर्ज करे या फिर ऐसे मामले जिनमें मनी लॉन्ड्रिंग हुई हो या टेरर फंडिंग की गई हो।
बता दें, करीब 3 बजकर 45 मिनट पर पीयूष जैन को सोमवार को कोर्ट लाया गया था। सवा घंटे से भी ज्यादा की सुनवाई के बाद आखिरकार कोर्ट ने पीयूष जैन को न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुनाया था। बता दें, जीएसटी की धारा 132 में पीयूष जैन को जेल भेजा गया है। कोर्ट में पीयूष जैन को रिमांड में लेने की प्रक्रिया पर लंबी बहस चली थी। पीयूष जैन के पास से करीब 257 करोड़ की संपत्ति बरामद हुई थी। इसके अलावा करोड़ों की ज्वेलरी, और कई जगहों पर चल-अचल संपत्ति के भी दस्तावेज मिले थे।
DGGI के मुताबिक, रिकवरी के दौरान 23 किलोग्राम गोल्ड और बहुत अधिक मात्रा में कच्चा माल बरामद हुआ है। इससे पर्फ्यूमरी कंपाउंड तैयार किया जाता था। इसमें 600 किलोग्राम से ज्यादा चंदन का तेल भी छिपा रखा था। इसे अंडर ग्राउंड स्टोरेज में रखा गया था, इसका बाजार में 6 करोड़ रुपए मूल्य है।' जैन के ठिकानों पर हुई छापेमारी में 194.45 करोड़ रुपए कैश, 23 किलोग्राम सोना, 600 किलोग्राम चंदन जब्त किया गया था।
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