उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई सीट पर उपचुनाव के लिए अखिलेश यादव ने अपनी पत्नी डिंपल यादव का उम्मीदवार के रूप में चयन किया है। यूपी की मैनपुरी और रामपुर व खतौली विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है।इन तीनों सीटों पर 5 दिसंबर को मतदान और 8 दिसंबर को काउंटिंग होगी। इसे लेकर सभी पार्टियों ने कमर कस ली है।
इस बीच जनता दल यूनाइटेड ने सभी राजनीतिक पार्टियों से मैनपुरी से डिंपल यादव के खिलाफ उम्मीदवार नहीं उतारने की अपील की है। वहीं असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM ने उपचुनाव में तीनों सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारने का ऐलान किया है। पार्टी ने नगर निकाय चुनाव लड़ने की बात कही है।
जेडीयू के प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को कहा कि यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव बड़े किसान नेता थे और उनके योगदान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने स्वीकार किया है। हमने सपा को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। हम भारतीय जनता पार्टी और बहुजन समाज पार्टी सहित सभी दलों से चुनाव नहीं लड़ने और डिंपल यादव का समर्थन करने की अपील करते हैं। यह मुलायम सिंह यादव को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी लोकसभा सीट पर उपचुनाव के लिए डिंपल यादव 14-15 नवंबर को नामांकन दाखिल कर सकती हैं। मैनपुरी के सपा अध्यक्ष ने डिंपल यादव के लिए शुक्रवार को नामांकन पत्र खरीदा। मैनपुरी लोकसभा सीट और कुछ अन्य सीटों पर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर की तारीख तय की गई है और चुनाव परिणाम की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी।
मुलायम सिंह यादव की विरासत बचाने की चुनौती
सपा संस्थापक की विरासत को बचाए रखने के लिए मैनपुरी लोकसभा सीट से डिंपल यादव की उम्मीदवारी की घोषणा के तुरंत बाद पार्टी ने इस सीट पर बड़ी जीत सुनिश्चित करने के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस सीट पर 1996 से ही सपा का उम्मीदवार निर्वाचित होता रहा है। मैनपुरी में नवनियुक्त जिला अध्यक्ष आलोक शाक्य ने बताया कि सपा उम्मीदवार के लिए आज नामांकन पत्र लिया गया। मैनपुरी से सपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि डिंपल द्वारा 14 या 15 नवंबर को पर्चा दाखिल किए जाने की संभावना है।
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