लखनऊ: कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूरे एनसीआर को अलर्ट मोड में रखने के आदेश दिए हैं। टीम 9 की मीटिंग में सीएम योगी ने गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में कोविड पॉजिटिव मरीजों के सैंपल की जीनोम सिक्वेंसिंग के आदेश भी दिए हैं।
सीएम योगी ने कोविड प्रबंधन हेतु गठित टीम-9 को ये दिशा निर्देश दिए
- प्रदेश की सीमा से लगे कुछ राज्यों में बीते कुछ दिनों से कोविड केसों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। एनसीआर के जिलों में भी इसका असर है। गौतमबुद्ध नगर में 70 और गाजियाबाद में 11 पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हुई है। वर्तमान परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए पूरे एनसीआर को अलर्ट मोड में रखा जाए।
- गौतमबुद्ध नगर और गाजियाबाद में कोविड पॉजिटिव पाए गए मरीजों के सैम्पल लेकर जीनोम सिक्वेंसिंग कराई जाए। इन जिलों के डीएम, सीएमओ से बात करके स्थिति की समीक्षा की जाए।
- प्रदेश में वर्तमान में कुल एक्टिव केसों की संख्या 507 है। पिछले 24 घंटों में 73 हजार 881 कोरोना टेस्ट किए गए, जिसमें 106 नए कोरोना मरीजों की पुष्टि हुई। इसी अवधि में 37 लोग इलाज लेकर कोरोना मुक्त भी हुए। हमें पूरी सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी।
- कोविड टीकाकरण का हमारा महत्वपूर्ण अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है। 30 करोड़ 56 लाख से अधिक कोविड टीकाकरण के साथ ही अब तक 103 से ज्यादा वयस्क आबादी को टीके की पहली डोज लग चुकी है, जबकि 86% लोगों को दोनों खुराक मिल चुकी है। 12 से 14 और 15 से 17 आयु वर्ग के टीकाकरण की प्रगति संतोष देने वाली है। इसे और तेज किया जाए।
- 18+ आयु के लोगों को बूस्टर डोज दिए जाने का काम में तेजी लाना होगा। 700 निजी टीकाकरण केंद्र पर बूस्टर डोज लगवाया जा सकता है। इन टीकाकरण केंद्रों और बूस्टर डोज के महत्व के बारे में आमजन को जागरुक किया जाए। हर दिशा में यह सुनिश्चित किया जाए कि एक भी नागरिक टीके से छूट ना जाए।
- संचारी रोग और दस्तक अभियान को पूरी तत्परता के साथ संचालित किया जाए। बरेली मंडल में मलेरिया पर फोकस रखें तो आगरा, लखनऊ मंडलों में डेंगू से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाएं। पूर्वांचल में इंसेफेलाइटिस के लिए घर-घर लोगों से संपर्क कर जागरूक करें।
- आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर प्रदेश के सभी विकास खंडों में विशेष स्वास्थ्य मेलों का आयोजन शुरू हो रहा है। 18 से 23 अप्रैल की अवधि में आयोजित इन मेलों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति भी रहे।
- धान और गेहूं की तर्ज पर बाजरा की खरीद के लिए भी नीति तैयार करें। किसानों को उनकी उपज का सही मूल्य मिले, समय पर भुगतान हो, उनकी आय में बढ़ोतरी हो। यह सुनिश्चित करना हमारा दायित्व है। इस दिशा में ठोस कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करें।
- खाद्यान्न प्रोक्योरमेंट के लिए और बेहतर प्रबंधन की आवश्यकता है। कृषि उपज का एक भी दाना खराब न हो, इसके लिए ग्राम पंचायत स्तर पर नए गोदाम बनाए जाने की जरूरत है। इस दिशा में ठोस प्रयास किया जाए।
- खेती-किसानी में लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा मिले, इसके लिए सभी जरूरी मैनेजमेंट किए जाएंगे। ग्राम पंचायत स्तर पर खाद-बीज के भंडारण व वितरण के लिए कार्ययोजना तैयार करें।
- प्रदेश के सभी गो-आश्रय स्थलों में व्यवस्था सुचारु रखी जाए। हरा चारा-भूसा आदि का प्रबंध हो। इन दिनों गेहूं की कटाई चल रही है। ऐसे में पशु चारे की खरीद अभी कर लेना उचित होगा।
- 15 करोड़ गरीब जनता के सुचारु भरण-पोषण के लिए प्रदेश सरकार मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। केंद्र सरकार की ओर से भी मुफ्त राशन दिया जा रहा है। राशन के अतिरिक्त दाल, नमक और खाद्य तेल भी दिया जा रहा है। अंत्योदय कार्ड धारकों को चीनी भी मुफ्त दी जा रही है। व्यापक जनहित की यह योजना सुव्यवस्थित रूप से चलती रहे, इसके लिए वितरण सामग्री की उपलब्धता, वितरण प्रणाली आदि की नियमित अंतराल पर समीक्षा की जाती रहे।
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