गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र के गरिमा गार्डन इलाके में सड़क पर नमाज़ पढ़ते नमाजियों का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसके बाद हिंदू संगठनों ने कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। पुलिस ने मस्जिद के मुतवल्ली के अलावा अज्ञात नमाजियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। मस्जिद से जुड़े लोगों का कहना है कि मस्जिद में जगह भर जाने की वजह से कुछ लोगों ने सड़क के बाहर नमाज पढ़ी थी। जबकि पुलिस ने बताया कि मस्जिद के मुतवल्ली जान मोहम्मद ने जूमे की नमाज पढ़ने आए लोगों से मस्जिद में जगह भरने के बाद उन्हें सड़क पर नमाज पढ़ने को कहा था। पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद में धारा 144 लगी हुई है। ऐसे में इस तरह सड़क पर नमाज पढ़ना सही नहीं है।
सड़क बंद होने से होती है परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क बंद कर नमाज पढ़ना बिल्कुल भी सही नहीं है। इससे लोगों को आने-जाने में परेशानी होती है। नमाज पढ़ने के लिए मस्जिद बनाई गई है। अगर जगह नहीं है तो इसकी व्यवस्था मस्जिद की समिति को करना चाहिए। पुलिस को सड़क पर नमाज पढ़ने से रोकना चाहिए और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
हिंदू संगठनों ने जताई आपत्ति
VHP के जिला मंत्री विकास मिश्रा ने बताया कि यहां पर 50 गज की एक मस्जिद है और इस मस्जिद के 500 मीटर अंदर एक और बड़ी मस्जिद है। जहां पर नमाज बड़े आराम से पढ़ी जा सकती है। लेकिन वहां नमाज पढ़ने के बजाय जानबूझकर हिंदू बाहुल्य क्षेत्र में नमाज पड़ी जाती है। यह मस्जिद पहले मदरसा हुआ करती थी लेकिन बाद में इसे मस्जिद बना दिया गया। इससे ज्यादा निर्माण अब वहां नहीं हो सकता। यहीं वजह है कि विवाद की स्थिति बनी हुई है। उन्होंने यह आरोप लगाया कि हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए जानबूझ कर यहां पर नमाज पढ़ी जाती है। नमाज पढ़ने का वीडियो मैंने खुद ट्विटर पर ट्विट किया था जिसके बाद SSP ने मामले पर संज्ञान लेते हुए नमाजियों और मस्जिद के मुतल्लवी पर FIR दर्ज की है। प्रशासन की तरफ से यह आश्वासन भी दिया गया है कि अब से वहां नमाज नहीं पढ़ी जाएगी।
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