नर्स मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार करें कि वे अपनी बीमारी भूल जाएं: सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नर्सों को मरीजों के प्रति सेवा और समर्पण का भाव दिखाने की नसीहत देते हुए कहा कि आपको मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार करना चाहिए कि वे अपनी बीमारी भूल जाएं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को स्टाफ नर्सों को मरीजों के प्रति सेवा और समर्पण का भाव दिखाने की नसीहत देते हुए कहा कि आपको मरीजों के साथ ऐसा व्यवहार करना चाहिए कि वे अपनी बीमारी भूल जाएं। योगी ने लखनऊ स्थित लोकभवन में उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा चयनित 1,354 स्टाफ नर्सों के नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में यह टिप्पणी की। उन्होंने कहा, “स्टाफ नर्स स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ होती हैं। आपको (स्टाफ नर्स) अस्पताल में मरीजों के साथ सबसे अधिक समय रहना पड़ता है। आपका व्यवहार मरीजों की तकलीफ को दूर करता है। आपको अपना व्यवहार ऐसा रखना चाहिए कि मरीज भूल जाए कि वह बीमार है।”
'आपका अच्छा व्यवहार आपको करियर में बहुत लाभान्वित करेगा'
योगी ने नर्सों को प्रेरित करते हुए कहा, “आपको अस्पतालों में दुख-तकलीफ के बजाय एक स्वस्थ माहौल कायम करने का प्रयास करना चाहिए। ऐसा माहौल बनाना चाहिए, जिससे बीमार व्यक्ति भी ऊर्जा प्राप्त कर सके। आपका अच्छा व्यवहार आपको करियर में बहुत लाभान्वित करेगा।” मुख्यमंत्री ने कहा, “कोई भी मरीज सिर्फ दवा से ठीक नहीं हो सकता। चिकित्सक और स्टाफ नर्स को अपने स्तर पर प्रयास करने होंगे। प्रशिक्षण के दौरान आपने जो सीखा है, जो शपथ ली है, अगर आप उसकी नींव पर आगे बढ़ेंगे तो एक समय के बाद आपकी प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।” उन्होंने कहा, “लोग आपको (स्टाफ नर्स) सिस्टर कहकर सम्मान देते हैं। यह सम्मान बनाए रखना है। यह एक बड़ी जिम्मेदारी है और आपको इससे जुड़ाव महसूस करना होगा।”
'उत्तर प्रदेश अनंत संभावनाओं वाला प्रदेश है'
योगी ने कहा, “मुझे खुशी है कि 1,354 नर्सों का चयन पारदर्शी तरीके से किए जाने के बाद नियुक्ति पत्र वितरण समारोह आयोजित किया गया है।” उन्होंने बताया कि बीते पांच वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से उत्तर प्रदेश शासन की शासकीय सेवाओं में पारदर्शी और निष्पक्ष चयन प्रक्रिया के माध्यम से पांच लाख युवाओं को विभिन्न पदों पर नियुक्ति प्रदान की गई है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनने के बाद राज्य में आए बदलावों का जिक्र करते हुए योगी ने कहा, “जिस प्रदेश को पहले एक बीमारू राज्य माना जाता था, आज यह बताते हुए खुशी हो रही है कि वह प्रदेश देश की दूसरी सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।” उन्होंने कहा कि 25 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश जब एक साथ चलता है और एक साथ बोलता है तो उसका परिणाम भी उसी के अनुरूप देखने को मिलता है। योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनंत संभावनाओं वाला प्रदेश है और राज्य में जब दुनिया की सबसे अच्छी उर्वरा भूमि, सबसे अच्छा जल संसाधन और अन्य प्रमुख बुनियादी सुविधाएं हैं तो हमारा नौजवान पलायन क्यों करेगा।
'सीएम योगी ने अपने हाथ से नियुक्ति पत्र दिया'
मुख्यमंत्री ने राज्य की ‘डबल इंजन’ सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश को आज देश में निवेश के लिहाज से सबसे अच्छे गंतव्य के रूप में जाना जाता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के कोरोना मैनेजमेंट मॉडल का जिक्र करते हुए कहा कि पूरे देश में इसकी सराहना हुई। कार्यक्रम में योगी ने गोरखपुर से ज्योति पांडेय, बाराबंकी से जितेंद्र त्रिवेदी, अलीगढ़ से आसमां, वाराणसी से सोनू सोनकर, मिर्जापुर से शुभम सिंह पटेल, कानपुर देहात से शशि प्रभा, कानपुर नगर से कीर्ति तिवारी, प्रयागराज से वर्तिका एम यू, मुरादाबाद से फराह नाज, बरेली से भावना सागर, लखनऊ से सरिता गौतम और अंकिता सिंह, चित्रकूट से समीक्षा सिंह समेत कई नव चयनित नर्सों को अपने हाथ से नियुक्ति पत्र दिया। इस मौके उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भी मौजूद थे।