बीजेपी यूपी में जनवरी के दूसरे हफ्ते से ब्राह्मण वोटरों को साधने और उनकी नाराज़गी को दूर करने के लिए अभियान की शुरुआत करेगी। इसके लिए बीजेपी ने यूपी की करीब 300 विधानसभा सीटों की पहचान की है जहां ब्राह्मण वोटरों की संख्या 10,000 से उपर है। इन सीटों पर बीजेपी ब्राह्मण सम्मेलन, प्रबुद्ध सम्मेलन, छोटे-बड़े सम्मेलन, जनसंपर्क, डोर-टू-डोर कैंपेन करेगी।
इन सीटों पर बीजेपी के केंद्र सरकार में ब्राह्मण मंत्रियों, सांसद और विधायक प्रबुद्ध ब्राह्मण समाज के लोगों से घर-घर जा कर मुलाकात करेंगे, छोटे बड़े सम्मेलन करेंगे। इन ब्राह्मण सम्मेलनों और ब्राह्मण समाज के प्रभावी लोगों के बीच और इनके घर जाकर ये समझाया जायेगा कि विपक्ष झूठ फैला रहा है कि यूपी सरकार से ब्राह्मण समाज नाराज़ है। साथ ही इन बैठकों में ब्राह्मणों को बताया जाएगा कि बीजेपी राष्ट्रवादी पार्टी है जबकि समाजवादी पार्टी जातिवादी है। और ये भी याद दिलाया जाएगा कि ब्राह्मणों ने हमेशा राष्ट्रवादी शक्तियों का साथ दिया है।
साथ ही ये भी बताया जाएगा कि कोविड महामारी में केंद्र सरकार और प्रदेश सरकार की गरीब कल्याण योजनाओं का फायदा ब्राह्मण समाज को भी मिला है। बीजेपी का मानना है कि ब्राह्मण वोटर वोकल होता है यानी अगर वो साथ है तो खुद तो वोट करता ही है बल्कि जिसके लिए वोट करता है उसके पक्ष मे खुल कर बोलता है और माहौल भी बनाता है। गौरतलब है कि पिछलें सप्ताह यूपी बीजेपी बड़े ब्राह्मण नेताओं की बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक हुई थी। इस बैठक में यूपी में नाराज़ ब्राह्मण समाज को मनाने की रणनीति बनाई गई थी।
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