रायबरेली: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले की लालगंज कोतवाली क्षेत्र के पूरे बैजू मजरे बेहटा कला गांव निवासी युवक मोहित की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में पुलिस अधीक्षक ने कोतवाल और 2 उपनिरीक्षकों को सस्पेंड कर दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरे बैजू मजरे बेहटा कला गांव निवासी युवक मोहित (19) को पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी के शक में 26 अगस्त को हिरासत में लिया था और इस दौरान रविवार 30 अगस्त की सुबह अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद उसे जिला अस्पताल पहुंचाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप, पुलिस की पिटाई से हुई मौत
घटना की जानकारी मिलने पर मृतक के परिजन और ग्रामीण कोतवाली पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया था। उनका आरोप था कि मोहित की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। इसकी सूचना पर रविवार की रात को पुलिस अधीक्षक स्वप्निल ममगाई और जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव कोतवाली पहुंचे थे। पुलिस अधीक्षक ने रविवार रात को ही लालगंज कोतवाल हरिशंकर प्रजापति को निलंबित कर दिया। जिलाधिकारी ने मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। मृतक के परिजन ग्रामीण कोतवाली के 2 उपनिरीक्षकों पर पिटाई का आरोप लगा रहे थे।
डीएम ने परिवार को आर्थिक मदद का भरोसा दिया
परिजनों द्वारा लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद पुलिस अधीक्षक ने दरोगा जेपी यादव और अरविंद मौर्या को भी निलंबित कर दिया। जिलाधिकारी ने मामले में पीड़ित परिवार को प्रशासनिक स्तर से 5 लाख रुपये और उत्तर प्रदेश शासन से भी 5 लाख रुपये की मदद दिलाने का भरोसा दिलाया। वहीं, पुलिस ने शव का चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमॉर्टम कराया। अपर पुलिस अधीक्षक (ASP) नित्यानंद राय ने बताया कि लालगंज प्रकरण में कोतवाल और 2 उपनिरीक्षकों को निलंबित किया गया है। (भाषा)
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