बलिया (उत्तर प्रदेश)। बलिया जिले के उभांव क्षेत्र में 18 वर्षीय दलित लड़की का अपहरण कर उससे शादी करने के आरोपी एक मुस्लिम युवक और उसके भाई को रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर विपिन ताडा ने बताया कि उभांव थाना क्षेत्र के एक गांव के दलित व्यक्ति ने गत 28 जुलाई 2021 को थाना क्षेत्र के पड़री गांव के रहने वाले दिलशाद के खिलाफ शादी का झांसा देकर अपनी 18 वर्षीय बेटी का पिछली 25 जुलाई को अपहरण करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था।
सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हुए वीडियो के अनुसार गत 28 जुलाई को दिलशाद दलित लड़की को लेकर जिला मुख्यालय स्थित एक अदालत में विवाह का पंजीकरण कराने पहुंचा था जहां बुरका पहने दलित किशोरी पर हिन्दू संगठनों और करणी सेना के लोगों की नजर पड़ गई और उन्होंने दिलशाद पर 'लव जिहाद' का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था। वीडियो में दलित लड़की मुस्लिम युवक से अपनी इच्छा से शादी करने का बयान देती सुनाई दे रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दलित लड़की का बीती 30 जुलाई को बलिया के एक स्थानीय अदालत में बयान दर्ज कराया गया। उसके बाद पुलिस ने मुकदमे में दलित कानून की धारा बढ़ा दी और आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि रविवार सुबह सूचना मिलने पर आरोपी दिलशाद और उसके भाई इरशाद को बिल्थरा रोड रेलवे स्टेशन के समीप से गिरफ्तार कर लिया गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दलित लड़की न्यायालय में दर्ज कराए गए बयान में अपने पहले के बयान से पलट गई और उसने दिलशाद पर अपहरण का आरोप लगाया। इस बीच, दलित लड़की के मामले में भी अहम खुलासा हुआ है। लड़की के पिता ने बताया कि उसकी पुत्री का विवाह तकरीबन सात महीने पहले शाहजहांपुर में उनकी रिश्तेदारी में ही अपनी ही जाति के युवक मनोज से हो चुका है और बताया कि शादी के बाद उसकी बेटी दो दिन तक ससुराल में रही और फिर मायके चली आयी।
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