योगी सरकार की बड़ी योजना, यूपी के सरकारी अस्पतालों में 50 से 90 फीसदी सस्ती दवाएं मिलेंगी
मंत्री ने बताया, “हमारी योजना पूरे प्रदेश में ऐसे स्टोर्स खोलने की है जहां जेनेरिक और ब्रांडेड दवाइयां सस्ती कीमत में उपलब्ध होंगी।”
इलाहाबाद: उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री आशुतोष टंडन ने आज कहा कि प्रदेश सरकार ने पूरे राज्य में सरकारी अस्पतालों में केंद्रीय सार्वजनिक उपक्रम अमृत फार्मेसी की दुकानें खोलने की योजना बनाई है जहां मरीजों को 50 से 90 प्रतिशत तक सस्ती दवाएं उपलब्ध होंगी। यहां सर्किट हाउस में संवाददाताओं से बातचीत में मंत्री ने बताया, “लखनऊ मेडिकल कालेज में छह महीने से अमृत फार्मेसी के दो स्टोर परिचालन में हैं। अगले 2-4 महीने में इलाहाबाद में भी अमृत फार्मेसी के स्टोर्स खोलने की तैयारी है। हमारी योजना पूरे प्रदेश में ऐसे स्टोर्स खोलने की है जहां जेनेरिक और ब्रांडेड दवाइयां सस्ती कीमत में उपलब्ध होंगी।”
टंडन ने कहा कि चूंकि अमृत फार्मेसी सीधे दवा कंपनियों से दवाएं खरीदती है, इसलिए ये दवाएं काफी सस्ती होती हैं। इसके अलावा, अगर डाक्टर ऐसी दवाएं लिखते हैं जो इन स्टोर्स में उपलब्ध नहीं हैं, तो ये स्टोर्स उन दवाओं को 2-3 महीने में उपलब्ध कराने की व्यवस्था करेंगे। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडलीय बैठक में एक लाख रुपये तक का ऋण लेने वाले लघु एवं सीमांत किसानों का कर्ज माफ करने का प्रस्ताव पारित किया। इससे 86 लाख किसान लाभान्वित हुए।
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था आज नियंत्रण में है और संगठित अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगी है। बिजली की आपूर्ति सुधरी है। 21-22 फरवरी को लखनऊ में आयोजित निवेशक सम्मेलन में औद्योगिक समूहों ने जिस तरह से रुचि दिखाई है उससे प्रदेश में निवेश अनुकूल माहौल का पता चलता है। इस सम्मेलन में 4.25 लाख करोड़ रुपये के एमओयू पर दस्तखत हुए हैं जिसमें से 25,000 करोड़ रुपये के प्रस्ताव एक डेढ़ माह में परिपक्व हो जाएंगे। मंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष 37 लाख टन गेहूं की खरीद हुई और इस साल 50 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा गया है। धान खरीद के लिए पिछले वर्ष करीब 43 लाख टन धान की खरीद हुई और इस वर्ष आवश्यकता के अनुसार लक्ष्य निर्धारित कर धान की खरीद की जाएगी।
उन्होंने कहा, “इलाहाबाद स्थित स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय को हम ई-हास्पिटल में तब्दील करने की योजना बना रहे हैं और यह कार्य इस साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। इससे सारी जानकारी आनलाइन हो जाएगी। दवाएं एवं उपकरण, कर्मचारियों की उपस्थिति, सारी पैथालाजिकल एवं डायग्नोस्टिक रिपोर्ट आनलाइन हो जाएगी और यहां तक कि मरीज की केस हिस्ट्री भी आनलाइन हो जाएगी।” इलाहाबाद मेडिकल कालेज के बारे में उन्होंने कहा, “यहां एक वृहद कार्यक्रम चल रहा है। उसमें सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक का निर्माण अगस्त, 2018 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।”