योगी सरकार ने बताया यूपी में कब से लगने लगेगा कोरोना का टीका, स्वास्थ्य विभाग की छुट्टियां रद्द
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू करने के लिए कमर कस ली है। इसके कारण चिकित्सा स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग के कर्मचारियों की इस महीने और जनवरी 2021 की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं।
लखनऊ: योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में कोरोना की वैक्सीन लगाने का काम शुरू करने के लिए कमर कस ली है। इसके कारण चिकित्सा स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण विभाग के कर्मचारियों की इस महीने और जनवरी 2021 की सभी छुट्टियां रद्द कर दी गईं हैं। माना जा रहा है कि दिसंबर के अंत या जनवरी की शुरुआत से वैक्सीनेशन के काम को शुरू कर दिया जाएगा। इस क्रम में पहले स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन दी जाएगी। छुट्टी पर चल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बुधवार, 16 दिसंबर अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी ज्वाइन करें।
यूपी के डीजी चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने डॉ राकेश दुबे ने बुधवार को ट्वीट किया, "कोरोना वैक्सीनेशन दिसंबर, 2020 और जनवरी, 2021 में प्रस्तावित है। ऐसे में 31 जनवरी तक के पहले से स्वीकृत सभी अवकाश रद्द किए जाए रहे हैं। इसमें संविदा एवं दैनिक वेतनभोगी सभी कर्मचारी शामिल हैं। छुट्टी पर चल रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बुधवार, 16 दिसंबर अपने कार्यस्थल पर ड्यूटी ज्वाइन करें।"
बता दें कि देश में कई कोरोना वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं और जल्द ही इनमें से सबसे प्रभावी वैक्सीन को मंजूरी मिलने की बात कही जा रही है। सरकार के स्तर पर वैक्सीनेशन के लिए एक पूरा प्लान बनाया जा रहा है, जिससे कि टीकाकरण का काम पूरे प्रभावी तरीके से कराया जा सके। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकारें भी आपसी संपर्क में हैं।
कोरोना का टीका सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को लगेगा उसके बाद, ऐसे राज्य जहां पर 50 साल से ज्यादा उम्र वाले और को-मार्बिडिटीज वाले लोग ज्यादा हैं, उन्हें ज्यादा डोज भेजी जाएंगी। केंद्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि 50 साल से कम उम्र के वे लोग शामिल किए जाएंगे, जो किसी बीमारी से ग्रस्त हैं। बाकी लोगों को टीका महामारी के फैलाव के आधार या टीके की उपलब्धता के अनुसार दिया जाएगा।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस वैक्सीन के भंडारण के लिए 29,000 कोल्ड चेन, 41,000 डीप फ्रीजर और 300 सोलर रेफ्रीजरेटर सहित अन्य उपकरणों का इस्तेमाल किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कोल्ड-चेन प्रबंधन के बारे में विवरण पेश किया। उन्होंने कहा कि बिजली और बिना बिजली वाले कोल्ड चेन उपकरणों के आकलन आदि के संबंध में केंद्र द्वारा राज्यों को दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।
उन्होंने तैयारियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने राज्य संचालन समितियों और राज्य कार्य बल की बैठकें की हैं वहीं 633 जिलों ने इस संबंध में जिला कार्य बल की बैठकें की हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों में 23 मंत्रालयों और विभागों की पहचान की गई है और उन्हें वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए नियोजन, कार्यान्वयन, जागरूकता सहित विभिन्न भूमिकाएं सौंपी गयी हैं।