योगी सरकार ने तेज की श्रमिकों को वापस लाने की कवायद, दूसरे राज्यों से मांगी जिलेवार सूची
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से अपने यहां फंसे यूपी के श्रमिकों की जिलेवार सूची मांगी है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दूसरे राज्यों से अपने यहां फंसे यूपी के श्रमिकों की जिलेवार सूची मांगी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार सूबे के सभी प्रवासी कामगारों को वापस लाना चाहती है। मुख्यमंत्री ने यहां एक बयान में कहा कि प्रदेश सरकार अपने राज्य के सभी कामगारों और श्रमिकों को वापस लाना चाहती है। इसके लिए संबंधित राज्य सरकारों से अपने यहां फंसे उत्तर प्रदेश के कामगारों की जनपदवार सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है। जो राज्य सरकारें सूची उपलब्ध करा रही हैं, उन्हें लाने की व्यवस्था हम तत्काल दे रहे हैं।
योगी ने कहा कि अभी तक दूसरे प्रदेशों से करीब 30 हजार कामगारों को लेकर 37 रेलगाड़ियां उत्तर प्रदेश आ चुकी हैं। इसके अलावा पिछले सप्ताह हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश से भी बसों से 30 हज़ार से अधिक श्रमिक लाए गए हैं। इससे पहले मार्च में भी साढ़े छह लाख प्रवासी श्रमिकों को उत्तर प्रदेश लाया गया था। उन्होंने बताया कि श्रमिकों को लेकर बृहस्पतिवार को 20 ट्रेनें आ रही हैं। शुक्रवार को भी 25 से 30 ट्रेनें प्रवासी कामगारों को लेकर प्रदेश में आएगी। उन्हें उनके घरों तक सुरक्षित पहुँचाने के लिए परिवहन निगम की 10,000 से ज्यादा बसें लगाई गई हैं। यहां आने वाले हर कामगार को जाँच के लिए क्वारंटीन सेंटर में रखने और उन्हें सुरक्षित घरों तक पहुँचाने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आने वाले हर मजदूर और कामगार की कार्यकुशलता सम्बन्धी एक डेटा तैयार किया जा रहा है। होम क्वारंटीन पूरा होते ही उन्हें उनकी क्षमता के आधार पर प्रदेश में ही नौकरी अथवा रोज़गार दिलाने की तैयारी है। योगी ने बताया कि प्रदेश के क्वारेंटाइन सेंटरों की क्षमता अब 12 लाख से ज़्यादा की हो गई है। सभी की स्वास्थ्य जांच के लिए 50 हज़ार से अधिक लोगों की मेडिकल टीमें लगाई गई हैं।