Yogi Cabinet Expansion 2021: योगी मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, जितिन प्रसाद समेत 7 नए मंत्रियों को दिलाई गई शपथ
योगी कैबिनेट का विस्तार हो गया है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को राजभवन में जितिन प्रसाद, छत्रपाल सिंह गंगवार, पलटू राम, संगीता बलवंत, संजीव कुमार, दिनेश खटीक और धर्मवीर सिंह को मंत्री पद की शपद दिलाई।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से चंद महीने पहले योगी मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया है, जोकि काफी अहम माना जा रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन के गांधी सभागार में योगी कैबिनेट मेे शामिल किए गए 1 कैबिनेट और 6 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई। यूपी के जातिगत समीकरणों को देखते हुए योगी कैबिनेट का विस्तार किया गया है।
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल के बहुप्रतीक्षित विस्तार के तहत रविवार को कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद समेत कुल 7 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राजभवन के गांधी सभागार में आयोजित एक समारोह में जितिन प्रसाद, पलटू राम, धर्मवीर प्रजापति, छत्रपाल गंगवार, संगीता बलवंत, संजीव कुमार गौड़ और दिनेश खटिक को मंत्री पद की शपथ दिलाई। प्रसाद को कैबिनेट मंत्री जबकि अन्य को राज्य मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी।
बता दें कि, पूर्व में केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री रह चुके जितिन प्रसाद हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे। उन्हें राज्य मंत्रिमंडल के विस्तार के तहत मंत्री पद दिया जाना लगभग तय माना जा रहा था। राज्य मंत्री बनाये गये छत्रपाल सिंह गंगवार बरेली की बहेड़ी सीट से विधायक हैं। वहीं, पलटू राम बलरामपुर सीट से, संगीता बलवंत गाजीपुर सीट से, संजीव कुमार सोनभद्र जिले के ओबरा क्षेत्र से और दिनेश खटिक मेरठ के हस्तिनापुर से विधायक हैं, जबकि आगरा के धर्मवीर सिंह प्रजापति विधान परिषद सदस्य हैं।
प्रदेश मंत्रिमंडल का विस्तार ऐसे समय किया गया है जब राज्य के विधानसभा चुनाव में बमुश्किल 5 महीने रह गए हैं। इस मंत्रिमंडल विस्तार से पहले प्रदेश सरकार में मुख्यमंत्री समेत 23 कैबिनेट मंत्री, नौ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 21 राज्य मंत्री थे। राज्य विधानसभा में सदस्यों की संख्या 403 है, ऐसे में नियमानुसार 60 मंत्री बनाये जा सकते हैं लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार से पूर्व सिर्फ 53 मंत्री थे और सात पद खाली थे जिन्हें आज भरा गया।
सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने नए मंत्रियों को दी बधाई
मंत्रिमंडल में शामिल किए गए नए सदस्यों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बधाई दी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि 'आज उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में शामिल हुए सभी नए सदस्यों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। पूर्ण विश्वास है कि आपकी ऊर्जा, प्रतिबद्धता, अनुभव एवं जन पक्षधरता ‘अंत्योदय’ के संकल्प को साकार करने में सहयोगी सिद्ध होगी। आप सभी के उज्ज्वल कार्यकाल हेतु अनंत मंगलकामनाएं।'
अपने एक और अन्य ट्वीट में सीएम योगी ने लिखा 'आज सम्पन्न हुआ उ.प्र. मंत्रिमंडल का विस्तार पं. दीनदयाल उपाध्याय जी के दर्शन को प्रतिबिंबित करता है। आज का विस्तार हर तबके को प्रतिनिधित्व, सामाजिक संतुलन की भावना, समरसता का संदेश तथा अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को अवसर प्रदान करने की मंशा से ओतप्रोत है।'
उधर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 'मैं सभी मंत्रियों को बधाई देता हूं ये सभी समाज के उन हिस्सों से आए हैं जिन्हें कोई नहीं पूछता था, बीजेपी ने उनको सम्मान और मंत्री परिषद में जगह दिया है। इन सभी 7 मंत्रियों के माध्यम से समाज की और अच्छे से सेवा हो पाएगी।'
उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद भाजपा नेता धर्मवीर सिंह ने कहा कि राज्यमंत्री का नाम आज हमें मिला है। वैसे हम संगठन के एक सिपाही है। हम सब मिलकर काम करेंगे। उत्तर प्रदेश में हम निश्चित रूप से 2022 में स्पष्ट रूप से सरकार बनाएंगे।
जितिन प्रसाद समेत चार नेताओं के नाम विधान परिषद के लिए भेजे गए
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)ने रविवार को हुए मंत्रिमंडल विस्तार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए जितिन प्रसाद समेत चार नेताओं के नाम विधान परिषद सदस्य के तौर पर मनोनयन के लिए भेजे हैं। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक सरकार ने जितिन प्रसाद के साथ-साथ निषाद पार्टी के मुखिया संजय निषाद (गोरखपुर), चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर (शामली) तथा गोपाल अंजान भुर्जी (मुरादाबाद) के नाम विधान परिषद सदस्य के तौर पर मनोनीत किए जाने के लिए राजभवन भेजे हैं। प्रदेश की 100 सदस्यीय विधान परिषद में समाजवादी पार्टी के सबसे ज्यादा 48 सदस्य हैं। इसके अलावा भाजपा के 33, बसपा के छह, निर्दलीय चार, शिक्षक दल के दो तथा अपना दल और कांग्रेस का एक-एक सदस्य है। इस तरह वर्तमान में उच्च सदन की पांच सीटें रिक्त हैं।
गत लोकसभा चुनाव में भाजपा की सहयोगी रही निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद पिछले दिनों खुद को आगामी विधानसभा चुनाव में उप मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर पेश करने की मांग को लेकर चर्चा में थे। उनका दावा है कि उनकी पार्टी प्रदेश में 160 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका अदा करने वाली निषाद बिरादरी की एकमात्र प्रतिनिधि पार्टी है। निषाद पार्टी ने वर्ष 2017 विधानसभा की 72 सीटों पर डॉक्टर अयूब अंसारी की अगुवाई वाली पीस पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, मगर उसे भदोही जिले की ज्ञानपुर सीट के रूप में एकमात्र सफलता मिल सकी थी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए केंद्रीय मंत्री व भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने पिछले शुक्रवार को वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए निषाद पार्टी के साथ गठबंधन का ऐलान किया था।