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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ ने उद्धव को किया फोन, पालघर में संतों के हत्यारों पर कठोर कार्रवाई का किया आग्रह

योगी आदित्यनाथ ने उद्धव को किया फोन, पालघर में संतों के हत्यारों पर कठोर कार्रवाई का किया आग्रह

योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा, "पालघर, महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठो

palghar lynching case Maharashtra- India TV Hindi Yogi Adityanath dials to Uddhav Thackeray and ask for strict action against palghar lynching culprits

लखनऊ। महाराष्ट्र के पालघर में जूनागढ़ अखाड़े के 2 साधुओं की हत्या को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से रविवार रात को फोन पर बात की है और संतों के हत्यारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने का आग्रह किया है। सोमवार को योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्विटर हेंडल के जरिए यह जानकारी दी। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि उद्धव ठाकरे ने सभी दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की बात कही है। 

योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट संदेश में लिखा, "पालघर, महाराष्ट्र में हुई जूना अखाड़ा के सन्तों स्वामी कल्पवृक्ष गिरि जी, स्वामी सुशील गिरि जी व उनके ड्राइवर नीलेश तेलगड़े जी की हत्या के सम्बन्ध में कल शाम महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे जी से बात की और घटना के जिम्मेदार तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई हेतु आग्रह किया।" 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले ट्वीट में लिखा, "महाराष्ट्र के माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा यह बताया गया कि कुछ लोग गिरफ्तार कर लिए गए हैं तथा शेष को चिन्हित कर सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।"

अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने महाराष्ट्र के पालघर जिले में जूना अखाड़ा के दो संतों की भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या किये जाने की घटना की रविवार को कड़ी निंदा की। साथ ही, सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों से अनुरोध किया है कि लॉकडाउन के दौरान यदि कोई संत- महात्मा ब्रह्मलीन होता है तो उसकी समाधि में न जाएं। महंत नरेंद्र गिरि ने कहा कि ये संत महात्मा, एक संत की समाधि में शामिल होने जा रहे थे और उन्हें जाना भी चाहिए, लेकिन उन्हें यह पता नहीं था कि लॉकडाउन में इसके लिए उन्हें प्रशासन से पूर्व अनुमति लेनी चाहिए थी।

ल्लेखनीय है कि यह घटना बृहस्पतिवार रात हुई थी, जब भीड़ ने चोर होने के संदेह में तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी शामिल हैं।

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