लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे पर सोमवार को कुछ पोस्टर और होर्डिंग लगे दिखे जिनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीरें थे। पोस्टर पर अखिलेश यादव के ऊपर लगाए गए मुकद्दमों और सीएम योगी आदित्यनाथ के ऊपर से हटाए गए मुकद्दमों का जिक्र किया गया था। पोस्टर और होर्डिंग्स के ऊपर जब स्थानीय प्रशासन की नजर पड़ी तो उन्हें हटा दिया गया।
अखिलेश यादव के ऊपर हाल में हुए एक एफआईआर के बाद यह पोस्टर लगाए गए थे ऐसे में संभावना है कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से ही यह पोस्टर लगाए गए हैं। हालांकि इसके ऊपर अभी तक स्थानीय प्रशासन की तरफ से कोई बयान नहीं दिया गया है।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पत्रकारों की पिटाई के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के ऊपर केस दर्ज किया गया है, अखिलेश यादव के अलावा समाजवादी पार्टी के 20 अन्य कार्यकर्ताओं पर भी केस दर्ज किया गया है। अखिलेश यादव पर केस दर्ज होने के बाद अब पत्रकारों पर भी केस दर्ज कराया गया है।
दर्ज कराई गई एफआईआर में पत्रकारों ने आरोप लगाया है कि 11 मार्च को मुरादाबाद के होलीडे रेजीडेन्सी में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद लॉबी में कुछ पत्रकारों ने उनसे कुछ व्यक्तिगत सवाल पूछ लिए। इससे यादव छटपटा गए और उन्होंने अपने गार्डों और साथियों को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया। वहीं उपस्थित सिक्योरिटी गार्डों एवं 20 से अधिक सपा कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों को घेरकर मारापीटा और घायल कर दिया। जिसमें कई पत्रकारों को गंभीर चोटें आई हैं।किसी तरह पत्रकारों ने टायलेट रुम और रसोई में छुप कर बामुश्किल अपने आप को बचाया था
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