नई दिल्ली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने आज विधान परिषद चुनाव के लिए अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल कर दिए। इनके अलावा योगी सरकार के दो मंत्रियों ने भी पर्चा भरा। विपक्ष ने अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं किया है इसलिए इन पांचों का निर्विरोध चुना जाना तय है। सीएम योगीं समाजवादी पार्टी के एमएलसी रहे यशवंत सिंह के इस्तीफे से खाली सीट पर, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा एसपी के ही एमएलसी रहे बुक्कल नवाब के इस्तीफे से खाली सीट पर, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य एसपी के एमएलसी रहे अशोक वाजपेयी के इस्तीफे से खाली हुई सीट पर, मोहसिन रज़ा बीएसपी के एमएलसी रहे जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद खाली हुई सीट से तो स्वतंत्र देव सिंह एसपी एमएलसी सरोजनी अग्रवाल की सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। ये भी पढ़ें: राम रहीम ने कहा मेरे दर्द की एक ही दवा, दीदार-ए-हनीप्रीत
विधान परिषद की सीटों पर नामांकन की आज अंतिम तारीख है। कल नामांकन पत्रों की जांच होगी और आठ सितंबर तक नाम वापसी की अंतिम तारीख है। 15 सितंबर को जरूरी होने पर मतदान होगा। मुख्यमंत्री सहित इन सभी मंत्रियों का अपने पद पर बने रहने के लिए 19 सितंबर से पहले विधानमंडल दल का सदस्य बनना जरूरी है।
बता दें कि पहले इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य को राष्ट्रीय राजनीति या फिर केंद्र सरकार में मंत्रीपद दिया जा सकता है। हालांकि, चर्चाओं को विराम लगाते हुए भाजपा ने केशव मौर्य को भी विधानपरिषद चुनाव के लिए टिकट दिया है। मंगलवार को ही सीएम योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और केशव मौर्य के लिए प्रस्तावकों से हस्ताक्षर करवा लिए गये थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों समाजवादी पार्टी के बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, डॉ. सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेयी तथा बहुजन समाज पार्टी के ठाकुर जयवीर सिंह ने विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद ये सीटें खाली हो गई हैं। ये सभी अब भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
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