लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राजधानी के हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र में विधानसभा के सामने शुक्रवार को मां-बेटी ने आत्मदाह का प्रयास किया। दोनों ने मिट्टी का तेल छिड़ककर खुद को आग लगा ली। पुलिस ने दौड़कर बचाने का प्रयास किया। झुलसी मां-बेटी को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। पीड़िताएं अमेठी के जामो की रहने वाली हैं। डीसीपी सेंट्रल दिनेश सिंह ने बताया कि लोक भवन के गेट नंबर-3 के सामने मां-बेटी ने खुद पर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगा ली। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने कंबल डालकर आग पर काबू पाया। सिंह के मुताबिक, दोनों को इलाज के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इलाज जारी है।
अमेठी के जामो कोतवाली क्षेत्र के कस्बा निवासी अलगू साहू व सोफिया के बीच नाली को लेकर डेढ़ माह पहले विवाद हुआ था। दोनों पक्षों में मारपीट भी हुई। पुलिस कागजी कार्रवाई करती रही। अलगू का बेटा अर्जुन व साफिया की बेटी दोनों उच्च प्राथमिक विद्यालय में अनुदेशक के पद पर कार्यरत हैं। डीएम अरुण कुमार ने बताया कि आबादी की भूमि में नाली को लेकर दोनों पक्षों में विवाद हुआ था। दोनों पक्षों पर बीते 16 मई को निरोधात्मक कार्रवाई की गई थी, जिसकी अगली तारीख एसडीएम कोर्ट में 21 जुलाई को लगी है।
इस मामले को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सरकार पर हमला बोला और कहा कि इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि प्रदेश में योगीराज नहीं, बल्कि जंगलराज है। उन्होंने कहा कि यूपी में फरियाद करने वालों की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। मुख्यमंत्री रोजाना टीम 11 की बैठक करके अपनी पीठ खुद थपथपा कर आत्ममुग्ध हो जाते हैं और प्रदेश में पीड़ित दर-दर न्याय मांगते-मांगते अपनी जीवनलीला समाप्त करने पर विवश हैं। योगी राज में न्याय की उम्मीद करना अब पूरी तरह बेमानी साबित हो गई है।
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