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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश प्रतिकूल परिस्थिति ने मिटा दी राकेश टिकैत और नरेश टिकैत के बीच की दूरी

प्रतिकूल परिस्थिति ने मिटा दी राकेश टिकैत और नरेश टिकैत के बीच की दूरी

किसानों के लोकप्रिय नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बड़े बेटे नरेश टिकैत, शक्तिशाली बलियान खाप के प्रमुख हैं और छोटे बेटे, राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता हैं।

Rakesh Tikait and Naresh Tikait, Rakesh Tikait, Naresh Tikait, Rakesh Tikait Statement- India TV Hindi Image Source : PTI गाजीपुर बॉर्डर पर डटे राकेश टिकैत ने गुरुवार की रात को भावनात्मक अपील की थी।

लखनऊ: प्रतिकूल परिस्थितियां अक्सर दूरी मिटाने का काम करती है, और ऐसा ही कुछ टिकैत बंधुओं के बीच हुआ है। किसानों के लोकप्रिय नेता महेंद्र सिंह टिकैत के बड़े बेटे नरेश टिकैत, शक्तिशाली बलियान खाप के प्रमुख हैं और छोटे बेटे, राकेश टिकैत, भारतीय किसान यूनियन (BKU) के प्रवक्ता हैं, जो किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे हैं। नरेश टिकैत को अपने पिता की विरासत स्वभाविक रूप से मिली है, लेकिन राकेश टिकैत हालिया किसान आंदोलन की वजह से लोकप्रिय किसान नेता के रूप में उभरे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि भले ही दोनों एक ही संगठन से हों, लेकिन दोनों के बीच मतभेद सार्वजनिक है।

‘मेरे भाई के आंसू व्यर्थ नहीं जाएंगे’
हालांकि, गणतंत्र दिवस की हिंसा के बाद चल रहे किसान आंदोलन में जो घटनाक्रम हुए हैं, वे जाहिर तौर पर दोनों भाइयों को करीब ले आए हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर डटे राकेश टिकैत ने गुरुवार की रात को भावनात्मक अपील की थी, जिससे उनके समर्थक मजबूती से उनके साथ जुड़ गए और उन्होंने अपने भाई के साथ एक अनकही दूरी भी पाट दी। नरेश टिकैत ने शुक्रवार को घोषणा की कि 'मेरे भाई के आंसू व्यर्थ नहीं जाएंगे।' शुक्रवार को मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत के लिए नरेश टिकैत के आह्वान को पहले ही व्यापक समर्थन मिल गया है।

टिकैत बंधुओं के साथ हैं किसान
महापंचायत औपचारिक रूप से शुरू होने से पहले ही मुजफ्फरनगर का GIC मैदान खचाखच भरा हुआ था। हजारों किसान बीकेयू के समर्थन में नारे लगा रहे हैं और टिकैत बंधुओं का पूरा समर्थन कर रहे हैं। एक स्थानीय किसान हर गोविंद त्यागी ने कहा, ‘हमारे नेता हमसे जो भी कहेंगे, हम करेंगे। अगर हमसे कहा जाता है तो हम दिल्ली में मार्च करने के लिए तैयार हैं। यह आंदोलन खत्म नहीं होगा, जैसा की कुछ लोग सोचते हैं।’ सभी वरिष्ठ अधिकारी जीआईसी मैदान में हैं और सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।

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