विकास दुबे के गुर्गों का क्या हुआ? ये रही पूरी डिटेल
विकास दुबे से उज्जैन में 2 घंटे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ भी की गई है। आप भी जानिए कि आखिर विकास के गुर्गों का क्या हुआ।
नई दिल्ली/लखनऊ। कानपुर एनकाउंटर के मुख्य आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद से उसके गुर्गों को लेकर पुलिस की दबिश अभी भी जारी है। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों के हत्यारोपी इस गैंगस्टर को आज गुरुवार सुबह 9 बजे उज्जैन के महाकाल मंदिर में गिरफ्तार किया गया था। विकास दुबे से उज्जैन में 2 घंटे पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में पूछताछ भी की गई है। आप भी जानिए कि आखिर विकास के गुर्गों का क्या हुआ।
विकास के गुर्गों का क्या हुआ
- विकास दुबे के मामा प्रेमप्रकाश पांडे और सहयोगी अतुल दुबे का पुलिस ने तीन जुलाई को एनकाउंटर कर दिया।
- 5 जुलाई को पुलिस ने विकास के नौकर और खास सहयोगी दयाशंकर उर्फ कल्लू अग्निहोत्री को घेर लिया। पुलिस की गोली लगने से दयाशंकर जख्मी हो गया।
- 6 जुलाई को पुलिस ने अमर की मां क्षमा दुबे और दयाशंकर की पत्नी रेखा समेत 3 को गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक़ शूटआउट की घटना के वक्त पुलिस ने बदमाशों से बचने के लिए क्षमा दुबे का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन क्षमा ने मदद करने की बजाय बदमाशों को पुलिस की लोकेशन बता दी। पुलिस का कहना है कि रेखा भी बदमाशों की मदद कर रही थी।
- 8 जुलाई को यूपी एसटीएफ और हमीरपुर पुलिस ने विकास के करीबी अमर दुबे को मार गिराया। अमर की अभी 29 जून को शादी हुई थी।
- शादी विकास के बिकरु के घर से हुई थी ।कहा जा रहा है कि लड़की को भगा के ज़बर्दस्ती ये शादी कराई गई
- आज कानपुर के पनकी में मारा गया प्रभात विकास का ख़ास गुर्गा था।
- पुलिस को मारने के बाद जब विकास कानपुर के अपने गाँव बिकरु से भागा तो प्रभात और अमर उसके साथ थे।ये तीनो पहले दो दिन तक कानपुर के शिबली इलाके में रुके फिर वहाँ से फ़रीदाबाद पहुँचे थे, जहां से अमर हमीरपुर चला गया था। फरीदाबाद पुलिस ने प्रभात के पास से 4 पिस्टल और 44 राउंड बरामद हुए थे जिसमें से 9mm की 2 पिस्टल बिकरु से पुलिस से लूटी हुई थी।
- इटावा में पुलिस मुठभेड़ में मारा गया बऊआ दुबे, विकास दुबे का खास गुर्गा और पड़ोसी था। इटावा पुलिस से जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक कानपुर हत्याकांड में घटना की रात बऊआ के घर की छत से पुलिस पार्टी पर सबसे ज़्यादा गोलियां चलाई गई थीं।
- बऊआ दुबे के पास से बरामद DBBL बंदूक का इस्तेमाल कानपुर में हुई घटना में किया गया था और यह बंदूक एक अन्य नामजद आरोपी जो फरार है रामू रवींद्र कुमार के नाम दर्ज है।
- बऊआ के बारे में एक जानकारी और मिल रही है कि बऊआ दुबे वही है जिसने घटना के दौरान शहीद डिप्टी एसपी के पैरों पर धारदार हथियार से वार किए थे।