बांदा: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बबेरू कस्बे के एक ब्राह्मण परिवार ने 8 साल पहले इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया था। इस परिवार का आरोप है कि पड़ोसियों को उसके धर्म परिवर्तन की जानकारी मिलने के बाद अब उनका जीना मुश्किल हो गया है। बबेरू के उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने सोमवार को बताया, ‘मूलरूप से पतवन गांव के घनश्याम शुक्ला ने 2011 में स्वेच्छा से इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया, इसके बाद उसकी पत्नी कालिन्द्री ने 2013 में धर्म परिवर्तन किया। यह परिवार बबेरू कस्बे में मकान खरीद कर रह रहा है।’
उन्होंने बताया, ‘घनश्याम की शिकायत पर पुलिस बल के साथ रविवार को मैंने जांच की है। धर्म परिवर्तन की जानकारी होने पर अब पड़ोसी घनश्याम का उत्पीड़न कर रहे हैं। इस परिवार की सुरक्षा के लिए बबेरू पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।’ घनश्याम बताते हैं कि शादी के बाद उनके परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया था। इस घटना के बाद से वह मानसिक रूप से बीमार रहने लगे। इसी दौरान किसी ने उन्हें हरदौली 'चापे शाह बाबा' की मजार जाने की सलाह दी।
घनश्याम ने कहा कि जब वह मजार पर पहुंचे तो उन्हें साक्षात चापे शाह बाबा का दीदार हुआ और उनके हुक्म पर उन्होंने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया। घनश्याम ने बताया, ‘धर्म परिवर्तन की सूचना किसी भी पड़ोसी तक को नहीं दी थी। 2013 में पत्नी कालिन्द्री ने भी इस्लाम स्वीकार कर लिया। अब पड़ोसियों को धर्म परिवर्तन की जानकारी हो गई है तो वे हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं।’
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