भदोही: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में स्थित गोपीगंज के थाने में एक व्यक्ति की संदिग्ध हालात में मौत के मामले में तत्कालीन थानाध्यक्ष के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अधीक्षक शचीन्द्र पटेल ने सोमवार को बताया कि बीते 29 जून को अपने भाई के साथ हुए विवाद के मामले में थाने बुलाए गए रामजी मिश्रा नामक व्यक्ति की तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि इस मामले में मृतक की बेटी रेनू की तहरीर पर रविवार देर रात तत्कालीन थानाध्यक्ष सुनील कुमार वर्मा के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।
रेनू ने तहरीर में आरोप लगाया है कि गत शुक्रवार को सुबह जमीन के आपसी विवाद को लेकर उनके पिता रामजी मिश्रा और चाचा अशोक मिश्रा गोपीगंज थाने पहुंचे थे। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने उनके पिता को बेइंतहा मारा-पीटा, जिसकी वजह से हवालात में ही उनकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस का कहना है कि राम जी और उनके सगे भाई के बीच विवाद के निस्तारण के लिए दोनों भाइयों को थाने बुलाया गया था। इसी बीच, रामजी चक्कर आने के कारण बेहोश हो गए। उन्हें जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शव की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु होने की बात कही गई है। साथ ही यह भी कहा गया है कि शव पर मारने पीटने के कोई निशान नहीं मिले हैं। रामजी मिश्रा को हाई ब्लड प्रेशर का मरीज बताया गया है। मालूम हो कि इस घटना के बाद 30 जून को परिजन तथा अन्य लोगों द्वारा सड़क जाम,धरना प्रदर्शन और पुलिस पर राम जी की हत्या किए जाने के आरोप लगाए जाने को गम्भीरता से लेते हुए जिलाधिकारी राजेन्द्र प्रसाद ने इसकी जांच अपर जिला मजिस्ट्रेट राम सिंह वर्मा को सौंपी है। इसके अलावा पुलिस अधीक्षक ने भी अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर संजय कुमार से मामले की जांच करने को कहा है। जांच किसी तरह प्रभावित ना हो, इसलिए गोपीगंज के इंस्पेक्टर सुनील कुमार वर्मा को लाइन हजार कर दिया गया है।
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