मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में रविवार को एक बड़ा रेल हादसा लोको पायलट की सूझबूझ से होते-होते रह गया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुछ असामाजिक तत्वों ने रेलवे ट्रैक के बीचों-बीच लगभग 17 फीट लंबा लोहे का एक गाटर रख दिया था, लेकिन लोको पायलट ने इमर्जेंसी ब्रेक लगा दिया। घटना सुबह 4 बजे की बताई जा रही है। घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे, RPF और GRP के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। मेरठ कप्तान राजेश कुमार पांडेय ने भी घटनास्थल का जायजा लिया।
रेलवे सूत्रों के अनुसार, दिल्ली से देहरादून जाने वाली नंदा देवी एक्सप्रेस मेरठ से गुजर रही थी। पुठा के पास पटरी पर कुछ असामाजिक तत्वों ने लोहे का मजबूत गाटर रख दिया, लेकिन ट्रेन के लोको पायलट ने पटरी पर गाटर देख इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। ब्रेक लगाने के बाद भी ट्रेन के पहिए गाटर पर चढ़ गए थे और उसके तीन टुकड़े हो गए, लेकिन इससे किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ। SSP राजेश कुमार पांडेय ने घटना के पीछे किसी बड़ी साजिश की आशंका जाहिर की है। मामले की जांच जारी है।
बताया जा रहा है कि पहिए के गाटर पर चढ़ने के बावजूद ट्रेन पटरी से नहीं उतरी, वर्ना एक बड़ा हादसा हो सकता था। हालांकि इमर्जेंसी ब्रेक की वजह से लगे झटके के कारण यात्रियों की नींद खुल गई और वे घबरा गए। घटना के चलते नंदा एक्सप्रेस लगभग 10 मिनट तक खड़ी रही और गाटर हटने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हुई। अप्रैल 2017 से उत्तर प्रदेश में 3 बड़े रेल हादसे हो चुके हैं। पहला हादसे में 15 अप्रैल 2017 को रामपुर में राज्य रानी एक्सप्रेस पटरी से उतरी, दूसरे हादसे में 19 अगस्त 2017 में मुजफ्फरनगर में कलिंग एक्सप्रेस पटरी से उतरी और 23 अगस्त को कैफियात एक्सप्रेस पटरी से उतर गई थी।
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