यूपी: देवरिया में मुजफ्फरपुर जैसा कांड, बालिका गृह से छुड़ाई गईं 24 लड़कियां
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से बिहार के मुजफ्फरपुर कांड जैसा मामला सामने आया है।
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से बिहार के मुजफ्फरपुर कांड जैसा मामला सामने आया है। यहां के मां विध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान में मासूम बच्चियों के उत्पीड़न और शोषण की बातें सामने आ रही हैं। वर्ष 2017 में संस्था की गतिविधि संदिग्ध पाए जाने के बाद CBI जांच चल रही थी और संस्थान का लाइसेंस भी रद्द कर दिया था। इसके बावजूद बच्चियों को इस संस्था में रखा जा रहा था जहां कथित तौर पर उनका शोषण किया जा रहा था। पुलिस ने मामले में संस्था की संचालिका और उसके पति समेत 3 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
ऐसे सामने आया मामला
सोमवार सुबह जब संस्थान से एक लड़की ने किसी तरह महिला थाने पहुंचकर अपनी आपबीती सुनाई तो सभी चौंक गए। लड़की की आपबीती सुनने के बाद एसओ ने तुरंत इसकी सूचना एसपी रोहन पी. कनय को दी। उनके निर्देश पर पुलिस हरकत में आई और मां विन्ध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं सामाजिक सेवा संस्थान पर छापेमारी करते हुए 42 में से 24 लड़कियों को छुड़ा लिया। इसके साथ ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जिनमें संस्था की संचालिका और उसका पति शामिल हैं।
मुजफ्फरपुर कांड से मिलता-जुलता मामला
रिपोर्ट्स के मुताबिक, थाने पहुंची लड़की ने बताया कि संस्था में लड़कियों का शोषण किया जाता था। उसने बताया कि उनसे जबर्दस्ती झाड़ू-पोछा करवाया जाता था और उनके साथ मारपीट की जाती थी। साथ ही बच्ची ने यह भी कहा कि संस्थान से लड़कियों को लेने के लिए गाड़ी आती थी और जो लड़कियां जाती थीं वे सुबह रोते हुए लौटा करती थीं। पुलिस ने 42 में से 24 बच्चियों को छुड़ा लिया है जबकि 18 बच्चियां अभी भी लापता हैं। वहीं, संस्था की संचालिका ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है।
संस्थान गैर कानूनी ढंग से चल रहा था
पुलिस ने बताया कि जांच में यह पता चला है कि इस संस्थान की मान्यता साल 2017 में ही खत्म कर दी गई थी और इसे गैर कानूनी ढंग से चलाया जा रहा था। पुलिस के मुताबिक छापे के दौरान मिली 24 बच्चियों और महिलाओं को वहां से निकालकर सरकार द्वारा संचालित दूसरे संस्थानों में अस्थायी तौर पर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस संस्थान को सील कर दिया गया है और इसकी संचालिका गिरिजा त्रिपाठी, उसके पति मोहन त्रिपाठी समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने कहा कि महिलाओं और बच्चों का मेडिकल कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री योगी ने तलब की रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक, मामले का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला एवं बाल विकास मंत्री रीता बहुगुणा जोशी से रिपोर्ट तलब की है। इसके साथ ही जिलाधिकारी सुजीत कुमार को उनके पद से हटा दिया गया है और तत्कालीन डीपीओ अभिषेक पाण्डेय को सस्पेंड कर दिया गया है। रीता बहुगुणा जोशी ने सोमवार को लखनऊ में बताया कि मुख्यमंत्री ने देवरिया मामले की जांच के लिए 2 सदस्यीय उच्च स्तरीय कमिटी का गठन किया है। उन्होंने कहा कि कमिटी आज देवरिया में ही रहेगी और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, जिसके बाद मामले पर कार्रवाई की जाएगी।
(एजेंसियों से इनपुट्स के साथ)