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Hindi News भारत उत्तर प्रदेश उत्कल एक्सप्रेस हादसा: OMG! इस ऑडियो से हुआ ये बड़ा ख़ुलासा

उत्कल एक्सप्रेस हादसा: OMG! इस ऑडियो से हुआ ये बड़ा ख़ुलासा

यूपी के मुज़फ़रनगर ज़िले के खतौली में शनिवार शाम रेल हादसे के बारे में एक ऑडियो से बड़ा ख़ुलासा हुआ है। इस ऑडियो क्लिप में घटनास्थल से कुछ दूरी पर तैनात गेटमैन और एक रेलवे कर्मचारी के बीच बातचीत सुनी जा सकती है।

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यूपी के मुज़फ़रनगर ज़िले के खतौली में शनिवार शाम रेल हादसे के बारे में एक ऑडियो से बड़ा ख़ुलासा हुआ है। इस ऑडियो क्लिप में घटनास्थल से कुछ दूरी पर तैनात गेटमैन और एक रेलवे कर्मचारी के बीच बातचीत सुनी जा सकती है। आपको बता दें कि इस हादसे में 24 लोगों की जाने गईं हैं और लगभग 100 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। हादसे के बाद शुरुआती जांच में सिस्टम की घोर लापरवाही सामने आ रही है।

ऑडियो क्लिप में गेटमैन बता रहा है कि पटरी पहले से टूटी पड़ी थी लेकिन उस पर सही तरीके से काम नहीं हो रहा था। वो बता रहा है कि जो पटरी काटी गई थी, उसे जोड़ा नहीं गया था और ऐसे ही छोड़ दिया गया था। इतना ही नहीं, वहां काम करने वाले कर्मचारी अपने मशीन भी वहीं छोड़कर चले गए थे। गेटमैन बता रहा है कि पटरी जोड़ी नहीं गई थी और ट्रेन के आने का वक्त हो गया।  ऐसे में सुरक्षा के लिए न कोई सिग्नल दिया गया और न ही लाल झंडा लगाया गया।

गेटमैन बातचीत में आगे कह रहा है कि पटरी पर काम करने वाले ज्यादातर कर्मचारी लापरवाही बरतते हैं। उसका आरोप है कि कर्मचारी साइट पर आते हैं और बैठे रहते हैं। इस शख्स का ये भी कहना है कि हाल ही में यहां नए जेई की नियुक्ति हुई है और पुराने कर्मचारी उनकी बात नहीं मानते हैं और मनमानी करते हैं। ये भी कहा गया है कि हादसे के बाद तुरंत ड्यूटी पर तैनात गैंगमैन, लोहार और जेई भाग गए और जेई ने अपना फोन बंद कर दिया।

यानी जो लापरवाही की बात शुरुआती जांच में सामने आ रही थी, गेटमैन के इस ऑडियो क्लिप ने उसे और पुख्ता कर दिया है। इस ऑडियो क्लिप की हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है लेकिन इतना साफ है कि हादसे की जांच कर रहे अधिकारी भले ही अभी किसी नतीजे तक न पहुंच पाए हों मगर ये ऑडियो क्लिप रेलवे कर्मचारियों की लापरवाही की ओर इशारा कर रही है। 

बता दें कि जिस पटरी से कलिंग-उत्कल ट्रेन को गुजरना था, उस पर काम चल रहा था। ट्रेन को धीमी गति से गुजारने के आदेश थे, लेकिन सिग्नल गड़बड़ होने से ड्राइवर को सूचना नहीं मिली और ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से चलती रही, जिस वजह से पटरी उखड़ गई।

पटरी से ज्यादातर ट्रेन के बीच के डिब्बे उतरे। इंजन और पहले 2 डिब्बे निकल चुके थे। इस दौरान ड्राइवर इमरजेंसी ब्रेक भी नहीं लगा सका क्योंकि पूरा सिस्टम ऑटोमैटिक होता है।

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