उत्तर प्रदेश में सामने आए कोरोना के रिकॉर्ड 33214 नए मामले, 187 मरीजों ने तोड़ा दम
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस से एक दिन में अब तक सर्वाधिक 187 लोगों की मौत हो गई जबकि रिकॉर्ड 33,214 नये मामले सामने आये।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण को लेकर हालात तेजी से बिगड़ते जा रहे हैं। प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस से एक दिन में अब तक सर्वाधिक 187 लोगों की मौत हो गई जबकि रिकॉर्ड 33,214 नये मामले सामने आये। लखनऊ में पिछले 24 घंटे में 5902, प्रयागराज में 1828 नए मामले सामने आए। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से 33,214 और लोग संक्रमित पाये गये जिससे अब कुल संक्रमितों का आंकड़ा 9,42,511 हो गया है। उन्होंने बताया कि 187 और मरीजों की मौत होने के साथ ही अब तक कुल 10,346 लोग इस वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं। यूपी में कोरोना के कुल एक्टिव केस 242265 हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 के मरीजों को दी जाने वाली रेमडेसिविर और फैबीफ्लू जैसी जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी रोकने के लिए एक विशेष टीम गठित कर छापामार कार्रवाई करने के निर्देश दिए। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने टीम-11 की बैठक में रेमडेसिविर इंजेक्शन और फैबीफ्लू जैसी जीवनरक्षक मानी जा रही दवाओं की आपूर्ति की विस्तृत समीक्षा की।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने गृह विभाग को सख्त निर्देश दिए इन जीवनरक्षक दवाओं की कालाबाजारी में संलिप्त लोगों के विरुद्ध गैंगस्टर और रासुका जैसे एक्ट के अंतर्गत सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही उन्होंने पुलिस महानिदेशक को इस संबंध में एक विशेष टीम गठित कर प्रदेश में छापा मार कार्रवाई के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवनरक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति के लिए इनकी लगातार निगरानी की जाए। रेमेडेसीवीर उत्पादनकर्ता कंपनियों से लगातार संपर्क में रहें। इसके अलावा, सभी ऑक्सीजन रीफिल केंद्रों पर जिम्मेदार अधिकारियों की तैनाती की जाए। यह सुनिश्चित करें कि ऑक्सीजन का वितरण पारदर्शी ढंग से हो। ऑक्सीजन टैंकर को जीपीएस से जोड़ा जाए तथा प्लांट्स पर पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुखद है कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 14 हजार से भी अधिक मरीज कोविड संक्रमण से ठीक होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज हुए हैं। प्रदेशवासी धैर्य और संयम बनाये रखें। उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं हों अथवा जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता, किसी भी चीज का अभाव नहीं है। कोविड के लक्षण दिखें तो टेस्ट कराएं, चिकित्सकों के निर्देशों का पालन करें।
ये भी पढ़ें
- फिर बढ़ सकती है भारत-चीन के बीच तकरार, ड्रैगन उठाने जा रहा यह कदम
- बंगाल के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में BJP को बड़ी सफलता, विधानसभा चुनाव से पहले जीता 'मालदा'
- पुरुष ने नहीं हवा ने किया गर्भवती, 1 घंटे में बेटी को दिया जन्म, महिला का अजीबोगरीब दावा
- Work From Home के साइड इफेक्ट्स, Live मीटिंग में पत्नी करने लगी पति को Kiss, मच गया बवाल