यूपी: IAS की बेटी ने FIR लिखाने वाले मामा पर उठाए सवाल, कहा- कभी राखी बंधवाने तक नहीं आए
राज्य एवं शहरी विकास प्राधिकरण (सूडा) के निदेशक उमेश प्रताप सिंह की पत्नी की मौत मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है।
लखनऊ: राज्य एवं शहरी विकास प्राधिकरण (सूडा) के निदेशक उमेश प्रताप सिंह की पत्नी की मौत मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। IAS उमेश प्रताप सिंह की बेटी उपसना ने अपने मामा राजीव सिंह पर प्रश्नचिन्ह लगा दिया है, जिन्होंने अपनी चचेरी बहन अनीता की मौत के लिए लखनऊ पुलिस में अपने जीजा उमेश प्रताप सिंह के खिलाफ FIR दर्ज कराई है। यही नहीं राजीव सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले की सीबीआई जांच की भी मांग उठाई थी।
‘मेरी बीमार मां को कभी देखने नहीं आए’
IAS उमेश की पुत्री उपासना सिंह ने शुक्रवार को कहा, ‘FIR करवाने वाले कभी मेरी मां से राखी बंधवाने घर नहीं आए। मेरी मां बीमार थीं, वह कभी देखने नहीं आए। मैं नहीं जानती वह ऐसा क्यों कर रहे हैं। जब तक मां थीं, तब तक उन्हें मैंने कभी नहीं देखा। मैंने उन्हें फोन भी किया और पूछा कि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं। राजीव कुमार सिंह का हमारे परिवार से कोई लेना-देना नहीं है। इस समय हमारा परिवार बेहद दुखी है। ऐसे में कुछ लोग अपनी हरकत से हमको और दुखी कर रहे हैं। ऐसे ही लोगों में शायद राजीव कुमार सिंह हैं।’
’22 साल में किसी सुख-दुख में नहीं देखा’
निदेशक सूडा उमेश प्रताप सिंह ने कहा, ‘आरोप लगाने वाले राजीव कुमार सिंह को मैंने पिछले 22 वर्षो से अपने घर या किसी सुख-दुख में नहीं देखा। मेरे परिवार से इनका कोई संबंध नहीं है। मुझे बदनाम किया जा रहा है। मैं अपनी पत्नी की 13वीं संस्कार की तैयारी कर रहा हूं। ऐसे समय में इस तरह के आरोप लगाकर मेरे परिवार को बदनाम किया जा रहा है।’ इस बीच, लखनऊ में पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) सुकीर्ति माधव ने बताया कि मृतका के चचेरे भाई की तहरीर पर IAS के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया गया है। माधव ने कहा कि हत्या और साक्ष्य छिपाने के मामले में यह FIR दर्ज की गई है और मौका-ए-वारदात से एफएसएल ने कई नमूने लिए थे।
हत्या या आत्महत्या? पुलिस कर रही जांच
गौरतलब है कि लखनऊ के चिनहट कोतवाली क्षेत्र में विकल्पखंड, गोमतीनगर में सूडा निदेशक उमेश प्रताप सिंह की पत्नी अनीता की रविवार एक सितंबर को घर में संदिग्ध हालत में गोली लगने से मौत हो गई। गोली उनके सीने के आर-पार हो गई थी। घरवाले मौत को आत्महत्या बता रहे हैं। उस वक्त घर में उमेश प्रताप सिंह, बेटा आशुतोष सिंह, नौकर तुलसीराम और विकास नीचे के फ्लोर पर थे। आशुतोष का एक दोस्त भी घर पर मौजूद था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।