लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी आयुक्तों और जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि प्रत्येक जिले में कम से कम दो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) में आधारभूत संरचना की पहचान और सु²ढ़ीकरण के लिए हर डिवीजन में 50 ऑक्सीजन बेड के साथ एल 1 की सुविधा उपलब्ध है जिससे शहर के अस्पतालों और एल2 और एल3 सुविधाओं पर दबाव कुछ हद तक कम हो सके।
इन चिन्हित सीएचसी में बेड, ऑक्सीजन सप्लाई (ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट या ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स या जंबो सिलिंडर), डॉक्टर, नर्स, आवश्यक दवाइयां और परीक्षण सुविधाएं जैसी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जानी हैं।
यह इसके मद्देनजर किया जा रहा है कि कोविड धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण स्वास्थ्य ढांचे में सुधार और मजबूती को प्राथमिकता के तौर पर लिया है।
शासन के प्रवक्ता के अनुसार अगले एक सप्ताह में वाडरें व स्नानघरों की मरम्मत व नवीनीकरण अगर आवश्यक हुआ तो अगले एक सप्ताह में किया जाएगा साथ ही, किए जाने वाले कार्यों के लिए दवाओं, उपकरणों और अनुमानों की आवश्यकताओं को जल्द से जल्द मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भेजा जाएगा।
कानपुर मंडल में, हर जिले में दो सीएचसी की पहले ही पहचान की जा चुकी है और प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि 50 ऑक्सीजन बेड जल्द से जल्द स्थापित किए जाएं।
कानपुर के कमिश्नर राज शेखर, जो ग्रामीण क्षेत्रों में सीएचसी का दौरा कर रहे हैं, ने कहा, "हमारी यात्रा के दौरान, हमने पाया कि कुछ स्थानों पर अब तक कुल 30 बेड उपलब्ध हैं। एक और 20 बेड के लिए अधिक स्थान बनाया जाना है।"
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