लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के चार विधायकों ने शनिवार को पार्टी का दामन छोड़ दिया। पार्टी छोड़ने वालों में एक वरिष्ठ नेता एवं सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के करीबी शामिल हैं। मुलायम के करीबी विधान परिषद सदस्य और मंत्री रहे अंबिका चौधरी ने बसपा सुप्रीमो
मायावती की मौजूदगी में उनकी पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
लंबे समय से अंतर्कलह का सामना कर रही सपा ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कल 210 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। एटा में बगावत है और वहां वर्तमान विधायक आशीष यादव सपा को छोड़ गये। उन्होंने कहा कि वह सपा प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय ही लडेंगे।
एटा सदर से विधायक आशीष विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के बेटे हैं। आशीष का आरोप है कि रामगोपाल यादव ने उन्हें टिकट नहीं दिया। साथ ही आरोप मढा कि रामगोपाल अपने बेटे और बहू को यादव सिंह मामले में बचाने के लिए भाजपा के दबाव में काम कर रहे हैं। रामगोपाल ने ही सपा का कांग्रेस और रालोद से गठबंधन नहीं होने दिया। सपा ने कल एटा सदर सीट से जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष जोगेन्द्र सिंह यादव को उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया है।
आशीष को शिवपाल यादव का नजदीकी समझा जाता है। पार्टी की अंतर्कलह और घमासान के दौरान आशीष ने रामगोपाल की खुलकर आलोचना की थी। दो अन्य विधायक रामपाल यादव और रामवीर सिंह भी सपा का दामन छोड गये। रामपाल सीतापुर की बिसवां तो रामवीर फिरोजाबाद की जसराना सीट से वर्तमान में विधायक हैं।
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