फ़ैज़ाबाद: बीजेपी में विधानसभा चुनाव के लिए टिकट बंटवारे के बाद शुरू हुआ घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है। अयोध्या में स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी कर बाहरी लोगों को टिकट दिए जाने से नाराज़ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने स्थानीय सांसद लल्लू सिंह को रस्सी से बांध दिया। सासंद के साथ-साथ पार्टी इकाई के प्रमुख अवधेश पांडे को भी रस्सी से बांधा। ये सिलसिला दो घंटे तक चला और उन्हें रिहा तब किया गया जब उन्होंने कार्यकर्ताओं की बात पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाने का भरोसा दिया।
बीजेपी कार्यकर्ता नाराज़ इसलिए थे क्योंकि अयोध्या से पार्टी के पुराने नेताओं की अनदेखी कर कुछ ही दिन पहले बीएसपी से बीजेपी में आए वेद गुप्ता को अयोध्या विधानसभा सीट से टिकट दे दिया गया। इससे नाराज़ कार्यकर्ताओं के एक समूह ने यहां भाजपा जिला कार्यालय में हंगामा किया।
पांडे ने बताया, कि भाजपा के कार्यकर्ता मांग कर रहे थे कि पार्टी को कैडर से एक प्रत्याशी उतारना चाहिए और गुप्ता को बाहरी व्यक्ति मान रहे थे। वे भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के निर्णय के खिलाफ आक्रोशित थे। उन्हें शांत करने के लिए पार्टी कार्यालय गये थे तो उन्होंने मुझे और ल्लू को बंधक बना लिया। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें भरोसा दिया कि हम उनकी मांग राज्य नेतृत्व के समक्ष उठाएंगे।
पांडे ने कहा कि हालांकि हमारे शीर्ष नेतृत्व ने प्रत्याशी के रूप में गुप्ता का चयन किया है लेकिन हम प्रयास करेंगे कि हमारे कार्यकर्ता दिल से निर्णय स्वीकार करें।
कारोबारी नेता गुप्ता ने 80 के दशक के शुरूआत में कांग्रेस से अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआत की थी लकिन वह उसी दशक के उतराद्र्ध में भाजपा में शामिल हो गये और 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस में सक्रिय थे। बाद में वह 2002 में समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये और अयोध्या से विधानसभा का चुनाव लड़े। 2012 में वह बसपा में शामिल हो गये और बसपा प्रत्याशी के रूप में इस सीट से फिर मैदान में उतरे। बाद में वह भाजपा में शामिल हो गये और उन्हें अयोध्या से टिकट दिया गया।
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